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स्वामी रामभद्राचार्य ने लिया नया प्रण, अब सीधे पीएम नरेंद्र मोदी से बात करेंगे कथावाचक

PM नरेंद्र मोदी से बात करेंगे स्वामी रामभद्राचार्य महाराज, भोपाल का नाम बदलने का प्रण लेने की बताई वजह

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भोपाल का नाम बदलने का प्रण

भोपाल. स्वामी रामभद्राचार्य महाराज इन दिनों मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) की राजधानी भोपाल (Bhopal) में हैं. यहां के भेल दशहरा मैदान पर उनकी रामकथा (Ramkatha) चल रही है. श्रीराम कथा के दौरान स्वामी रामभद्राचार्य महाराज ने नया प्रण लिया है. उन्होंने भोपाल का नाम बदलकर भोजपाल करने की मांग उठाई है. इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी कह दिया है कि जब तक ऐसा नहीं होता, वे रामकथा करने यहां नहीं आएंगे. अब इस संकल्प को लेकर जगद्गुरू रामभद्राचार्य ने पीएम मोदी से भी चर्चा करने की बात कही है.

एक बार फिर भोपाल का नाम बदलने की मांग उठी है. भोपाल में चल रही रामकथा (Ramkatha) के दौरान जगद्गुरू रामभद्राचार्य (Jagadguru Rambhadracharya) ने राजधानी का नाम भोजपाल (Bhojpal) करने की मांग उठाई है. उनका कहना है कि होशंगाबाद का नाम नर्मदापुरम किया जा सकता है तो भोपाल का नाम भोजपाल क्यों नहीं किया जा सकता है? उन्होंने यह भी कहा कि भोपाल के नाम में बस एक'ज' ही तो और जोड़ना है.

उन्होंने मध्यप्रदेश के सीएम शिवराजसिंह चौहान से भी इस संबंध में चर्चा करने की बात कही थी. उनका कहना है कि जल्द से जल्द विधानसभा में यह प्रस्ताव पास किया जाना चाहिए. अब उन्होंने प्रदेश की संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर (Usha Thakur) से इस संबंध में सीएम शिवराजसिंह को समझाने की बात कही.

सबसे अहम बात यह है कि इस मसले पर रामभद्राचार्य अब सीधे देश के पीएम नरेेंद्र मोदी से चर्चा करने की बात कह रहे हैं. श्रीराम कथा में उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि भोपाल का नाम बदलने को लेकर मैं पीएम नरेंद्र मोदी (PM Modi) से बात करूंगा. रामभद्राचार्य ने यह भी कहा कि भोपाल का नाम भोजपाल किए जाने का उन्होंने प्रण ले लिया है. भोपाल का नाम भोजपाल कर दिए जाने से हमारी संस्कृति के स्वाभिमान की रक्षा होगी. इसी कारण उन्होंने यह प्रण लिया है.