ट्रांसपोर्टरों ने बताया यहां स्ट्रीट लाइट बंद होने से अंधेरा रहता है। इससे आए दिन ट्रांसपोर्ट नगर में चोरी की घटनाएं हो रही हैं। यहां बाहर से आने वाले ट्रकों और ट्राले से बैटरी, डीजल और टायर तक चोरी कर ले जाते हैं। इससे बाहर से आने वाले वाहन चालक और लोग खुद को असुरिक्षत महसूस करते हैं। यहां पुलिस चौकी नहीं होने से पुलिस कभी कभार ही आती है। ट्रांसपोर्टरों का कहना है कि पुलिस गस्त कम चेकिंग के नाम पर वाहन चालकों से अवैध वसूली में लगी रहती है। ट्रांसपोर्टरों ने पुलिस चौकी बनाए जाने की मांग की है।
ट्रांसपोर्टरों ने बताया कि कोकता ट्रांसपोर्ट नगर में रानी आवंतीबाई के नाम पर मुख्य द्वार बनाया जाना प्रस्तावित था, लेकिन वह भी ठंडे बस्ते में चला गया।
ट्रांसपोर्ट नगर के बी सेक्टर में शुलभ शौंचालय की सुविधा नहीं होने से बाहर से आने वाले ट्रक चालक, क्लीनियर के साथ ही अन्य लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। ट्रांसपोर्टरों ने बताया कि इस संबंध में कई बार नगर निगम के जिम्मेदारों को अवगत करा चुके हैं, इसके बाद भी अब तक इस ओर ध्यान नहीं दिया गया, जिससे समस्या जस की तस बनी हुई है।
कोकता ट्रांसपोर्ट नगर में ट्रांसपोर्टर एसोसिएशन के लिए ऑफिस बनाए जाने के लिए भूखंड आवंटित किया जाना था, जिसे आज तक नहीं किया गया। ऐसोसिएशन के लिए ऑफिस नहीं होने से ट्रांसपोर्टरों को बैठक करने के लिए बाहर या फिर किसी ट्रांसपोर्टर के ऑफिस जाना पड़ता है।
बता दें कि कोकता ट्रांसपोर्ट नगर में तीन सेक्टर ए, बी और सी हैं, लेकिन इनमें से कोई सेक्टर भी पूर्ण रूप से विकसित नहीं है। ऐसे में कुछ जगहों पर बड़ी-बड़ी घास उगी है। यहां सडक़, पानी, बिजली और सीवेज लाइन तक की सुविधा नहीं है। सडक़ जर्जर होने से आवागमन में परेशानी हो रही है। सीवेज लाइन नहीं होने से पानी सडक़ पर बहता है। पीने के पानी की व्यवस्था नहीं होने से लोगों को इधर-उधर भटकना पड़ता है। सफाई व्यवस्था नहीं होने से जगह-जगह कचरे का ढेर लगा हुआ है। खाली पड़ी जमीन पर जगह-जगह बअतिक्रमण किया जा रहा है। पार्किंग की जमीन पर आवास बना लिया गया है। वाहन सडक़ पर खड़े होते हैं।
अशोक गुप्ता असाटी, अध्यक्ष ट्रांसपोर्ट वेलफेयर सोसायटी
ठाकुरलाल राजपूत, व्यवसाई, कोकता ट्रांसपोर्ट नगर