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200किमी/घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी ये हाईस्पीड ट्रेन, इस फैक्ट्री में बनाए जा रहे तेजस कोच

एमपी में जल्द ही 200किमी/घंटे की रफ्तार से चलने के लिए हाईस्पीड ट्रेन तैयार है। इसके लिए कपूरथला की फैक्ट्री में तेजस कोच तैयार किए जा रहे हैं।

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Alka Jaiswal

Jan 17, 2017

Train

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भोपाल। एमपी में जल्द ही 200किमी/घंटे की रफ्तार से चलने के लिए हाईस्पीड ट्रेन तैयार है। इसके लिए कपूरथला की फैक्ट्री में तेजस कोच तैयार किए जा रहे हैं। सूत्रों की मानें से इस साल अप्रैल के महीने से इस ट्रेन को भोपाल से ग्वालियर-आगरा की बीच चलाया जा सकता है। रेल मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार यह कोच शताब्दी और राजधानी एक्सप्रेस से भी तेज़ चलने वाली ट्रेनों में लगाए जाएंगे।

बचेगा घंटों का समय
आमतौर पर आगरा से भोपाल का सफर तय करने के लिए शताब्दी और दूसरी ट्रेनें 6 घंटे का समय लेती हैं लेकिन इन हाईस्पीड ट्रेन के चलने से इस सफर में 1 घंटे से ज्यादा का वक्त बचाया जा सकेगा।


ये है नए कोच की खासियत
अधिकारियों की मानें तो नई तकनीक से तैयार किए गए ये कोच रेल यात्रियों के लिए काफी सुरक्षित साबित होंगे। इसके साथ ही हाई स्पीड होने के बावजूद इन ट्रेनों में ब्रेक लगने पर भी यात्रियों को किसी भी तरह की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। यह ट्रेन हॉट एक्सल जैसी घटनाओं से भी सुरक्षित रहेंगी। इन्हीं खूबियों को देखते हुए चार दर्जन कोच तैयार किए जा रहे हैं।


हालांकि शताब्दी और राजधानी एक्सप्रेस की स्पीड भी 200 किमी/घंटे ही है लेकिन उन ट्रेन और इस हाईस्पीड ट्रेन में सबसे बड़ा फर्क होगा इसके ब्रेक सिस्टम का। अन्य ट्रेनों के ब्रेक सिस्टम मज़बूत नहीं है जबकि तेजम के लिए स्टील डिस्क ब्रेक सिस्टम तैयार किए गए हैं। इसके साथ ही इस कोच में सेंट्रलाइज्ड कंट्रोल्ड आटोमैटिक डोर लगाए जा रहे हैं जो कि ट्रेन की स्पीड 5किमी/घंटे होते ही खुद ही बंद हो जाएंगे।


यहां हुआ था ट्रायल
रेल अधिकारियों ने बताया कि अप्रैल में चलाई जाने वाली इस ट्रेन का ट्रायल कुथ महीनों पहले ही दिल्ली और आगरा रूट के बीच किया गया था और इसके रिजल्ट भी अच्छे मिले थे।

कोच में ये हुए परिवर्तन
हाईस्पीड ट्रेन में लगने वाले इन तेजस कोच में बहुत से परिवर्तन किए गए हैं। इनमें से एक है गेट-वे जिसे पूरी तरह पैक किया गया है। गेट-वे को पैक करने का सबसे बड़ा फायदा होगा कि इससे बाहर की आवाज अंदर नहीं आएगी।

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