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पार्षदों का कार्यकाल पूरा, क्षेत्र के कई विकास कार्य रह गए अधूरे

लोगों से किए वादे नहीं बन पाए हकीकत

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पार्षदों का कार्यकाल पूरा, क्षेत्र के कई विकास कार्य रह गए अधूरे

पार्षदों का कार्यकाल पूरा, क्षेत्र के कई विकास कार्य रह गए अधूरे

भोपाल. नगर निगम में महापौर और पार्षदों का कार्यकाल पूरा हो गया है। पांच वर्ष पहले चुनाव के दौरान पार्षद पद के उम्मीदवारों ने अपने-अपने वचन-पत्र जनता के बीच जारी कई वादे किए थे। चुनाव जीतने के बाद इन वादों को हकीकत में बदलने का वादा किया था। अब पांच वर्ष बीतने के बाद जोन एक के वार्ड एक और वार्ड दो में कितने वादे पूरे हुए और कितने वादों को पूरा करने में पार्षद असफल रहे इन हालातों को जानने पत्रिका ने वार्डों की स्थिति की जायजा लिया।

वार्ड एक के लोगों की माने तो पार्षद राजकुमारी मीणा का कार्यकाल मिला जुला रहा। कॉलोनियों में स्ट्रीट लाइट, सीसी सड़क जैसे कई विकास कार्य तो हुए, लेकिन आमजन तक पर्याप्त पानी उपलब्ध नहीं हो सका। इससे गर्मी में लोगों को जल समस्या से जूझना पड़ेगा। पार्षद और लोगों के बीच कई बार टकराव के हालात बने बाबजूद इसके उनके कार्यकाल को मिला जुला बताया जा रहा है।

यह काम हुए पूरे
वार्डों में जगह-जगह छाए अंधेरे को स्ट्रीट लाइट लगवाकर दूर किया। सभी कॉलोनियों में स्ट्रीट लाइट लगवाई गई। मेरे वार्ड में 300 एलईडी टयूबलाईट, 16 हाईमास्क, 20 एलईडी लाईट, सोडियम लैंप लगाए गए हैं। दूसरी उपलब्धि वार्ड में दर्जनों सड़कें बनाई गईं, सीसी सड़कों से मुख्य मार्गों को जोड़ा गया, जिससे हर नागरिक को सुविधा मिली है।

यह काम अधूरे
हमने कई कार्य किए हैं। गांधी नगर सब्जी मंडी का काम मेरे कार्यकाल में पूरा नहीं हो सका। इसमें 50 लाख रुपए की लागत आनी है। वहीं 4 हजार लोगों के पट्टे बन गए, लेकिन वितरण नहीं करवा पाए। इसका हमें अफसोस है।
राजकुमारी राजू मीणा, पार्षद, वार्ड नम्बर एक

बनवाई सड़कें
मैंने अपने वार्ड में तमाम सुविधाएं रहवासियों को उपलब्ध करवाई हंै। कई विकास कार्य हुए और जगह-जगह सड़कों का जाल बिछाए जाने के साथ ही बस स्टैंड का निर्माण कार्य शुरू करवाया।

कम नजर आए पार्षद
वार्ड दो से पार्षद महापौर परिषद में सदस्य होने का फायदा कृष्ण मोहन सोनी को मिला। उन्होंने ज्यातादर विकास कार्य कराने का प्रयास किया। रहवासियों ने उनके कार्यकाल को भी मिलाजुला ही करार दिया है। लोगों का कहना है जोन के अन्य वार्डों की तुलना में विकास तो अधिक हुआ पर पार्षद लोगों के बीच कम ही नजर आए।

पार्षद से सीधी बात
मेरा पांच साल का कार्यकाल लोगों के सामने है। जनता से किया गया हर वादा निभाया। मेरे वार्ड में पांच साल के कार्यकाल में सबसे बड़ी दो उपलब्धि रही है।
पहली-ई-लायब्रेरी रही जिसे 32 लाख रुपए की लागत से बनाया गया। यह इतनी लोकप्रिय रही कि इसमें प्रतियोगिता परीक्षा के लिए बड़ी संख्या में बच्चे बैठकर पढ़ाई कर रहे हैं। गरीब बच्चे जो किताब नहीं खरीद पाते यहां से पढ़ाई कर परीक्षा दे रहे हैं। 19 बच्चे यहां से पढ़कर पीएससी की परीक्षाएं दी हंै। भोपाल में मेरे वार्ड में पहला ओपन जिम पार्क बनाया गया, जिसमें 12 लाख की लागत आई। इसका लाभ महिलाओं सहित स्थानीय रहवासियों को मिला। सुबह पुरुष और शाम को महिलाएं आकर इसका लाभ ले रही हैं।

यह रह गये अधूरे
पांच साल के कार्यकाल में मेरा एक वादा था जो कमी बनकर सामने आया। गांधी नगर को संत नगर परिवहन मार्ग जोडऩा था। लेकिन संत नगर रेल्वे फोटक ओवरब्रिज नहीं बनने से यह सपना अधूरा रह गया।
कृष्णमोहन सोनी, पार्षद वार्ड नम्बर दो

गांधी नगर में पार्षद के पांच साल में बहुत कम सड़कों का निर्माण हुआ। ज्यादातर कॉलोनियां अंधेरे में डूबी रहीं। कार्यकाल खत्म होने से 8 दिन पहले लाइटें लगा दी गईं। विकास में कमी रह गई।
वंदना मेहरा, गांधी नगर, रहवासी