
Sanjay Tiger Reserve in three years suspected on the increase of tigers
भोपाल@अशोक गौतम की रिपोर्ट...
पंजाब के 'हरिके बराज पार्क' की तर्ज पर प्रदेश के गुना जिले में पहला संरक्षित क्षेत्र बनाया जाएगा। यह क्षेत्र दो सौ हेक्टेयर का होगा, जिसमें वन के अलावा अन्य शासकीय विभागों की भी जमीन है। इस संरक्षित क्षेत्र का रख-रखाव नेशनल पार्क और सेंचुरी जैसे ही किया जाएगा।
संरक्षित क्षेत्र बनने से यह क्षेत्र पर्यटन की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि इसमें बाघ सहित अन्य वन्य प्राणियों के हिसाब से बिकसित किया जाएगा। यह वन क्षेत्र राघोगढ़ विधानसभा क्षेत्र का लगा हुआ है। इस संरक्षित वन क्षेत्र घोषित करने के संबंध में कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह ने राज्य सरकार के पास प्रस्ताव भेजा था।
उन्होंने अपने प्रस्ताव में बताया है यह क्षेत्र पर्यटन के हिसाब से काफी महत्वपूर्ण है। इसे अगर संरक्षित क्षेत्र घोषित किया जाता है तो स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा। क्योंकि संरक्षित क्षेत्र बनने के बाद आगे चलकर यह क्षेत्र मिनी सेंचुरी के रूप में विकसित होगा, जिससे यहां दूर-दूर से पर्यटक आएंगे।
उन्होंने बताया कि पंजाब सहित कई राज्यों में वन के अलावा अन्य विभागों की जमीन पर संरक्षित क्षेत्र घोषित करके न केवल वन्य प्राणियों को संरक्षण दिया है बल्कि पर्यटन को भी उससे बढ़ावा मिला है। वन विभाग अब इस क्षेत्र का सर्वे कराकर इसमें पर्यटन और वन्य प्राणियों के रहवास विकास की संभावनाओं को तलाश रहा है।
प्रदेश में ऐसे कई क्षेत्र हैं जहां गैर वन भूमि में में जंगल हैं और उनका उपयोग नहीं हो पा रहा है।
बरकरार रहेगा लोगों का अधिकार
संरक्षित क्षेत्र घोषित होने पर यहां स्थानीय लोगों का अधिकार बरकरार रहेगा। नेशनल पार्क और सेंचुरी जैसे इन पार्क में प्रवेश करने पर उन्हें मनाही नहीं रहेगी। यहां पेड़ काटने, उत्खनन, सड़क और अन्य निर्माण कार्यों पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा।
इसके अलावा यहां किसी नए मकान नहीं बनाए जा सकेंगे। लेकिन जो लोग वहां पहले से बसे हुए हैं उन्हें वहां से कहीं अन्यत्र विस्थापित नहीं किया जाएगा।
Published on:
14 Jun 2019 05:13 am
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