
स्पीकर के खिलाफ अविश्वास वापस होगा, खेद व्यक्त के साथ विधायकों को मिलेगी माफी
भोपाल। विधानसभा (Vidhansabha) के बजट सत्र में हंगामा और विवाद को शांत करने के प्रयास शुरू हो गए हैं। इसको लेकर सत्तारूढ़ दल भाजपा और मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस में सक्रियता रही। प्रयास यही है कि विवाद शांत हो और सदन की कार्यवाही सुचारू ढंग से चले। इसको लेकर रास्ता यह निकाला जा रहा है कि मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस द्वारा अध्यक्ष (Speaker) के खिलाफ पेश किए गए अविश्वास प्रस्ताव (no-confidence motion) को वापस ले। विधायक खेद व्यक्त करते हुए माफी मांग लें। यदि सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो अवकाश के बाद 13 मार्च से शुरू होने वाली सदन की बैठकों में िस्थति सामान्य हो जाएगी।
कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी को पूरे बजट सत्र के लिए निलंबित किए जाने के बाद सदन में टकराहट की स्थिति बनी थी। मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने स्पीकर की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए आरेाप लगाया कि वे निष्पक्ष ढंग से सदन की कार्यवाही संचालित नहीं कर रहे हैं। इसके जवाब में कांग्रेस ने विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की सूचना सचिवालय को दी। हालांकि यह अविश्वास प्रस्ताव सदन का हिस्सा नहीं बन सका।
इसलिए भी गहराया विवाद
शुक्रवार को संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा द्वारा सदन में नियम पुस्तिका फेंकने पर कांग्रेस हमलावर हुई तो कांग्रेस विधायक सज्जन सिंह वर्मा द्वारा नियम पुस्तिका के फाड़े जाने के बाद सत्ताारूढ़ दल हाबी हो गया। शाम होते-होते भाजपा ने सज्जन सिंह वर्मा और विजयलक्ष्मी साधौ के खिलाफ विशेषाधिकार हनन की सूचना दे दी।
जीतू को मनाने की कोशिश
संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा सदन में खेद व्यक्त कर चुके हैं। कांग्रेस विधायक सज्जन सिंह वर्मा को भी इस बात के लिए सहमत किया जाएगा कि वे भी खेद व्यक्त कर दें, क्योंकि सदन में किसी भी पुस्तक को फाडऩा असंसदीय आचरण में भी आता है। वहीं जीतू पटवारी का निलंबन समाप्त करने के लिए भी प्रयास तेज हो गए हैं। प्रयास है कि जीतू भी खेद कर दें। स्पीकर भी कह चुके हैं कि यदि कोई प्रस्ताव आता है तो उनके मामले में विचार हो सकता है।
Published on:
05 Mar 2023 09:23 pm
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