6 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

एमपी के वरिष्ठ मंत्री और पूर्व सीएम का बाबरी ढांचे पर ट्वीट, 6 दिसंबर को ऐसे किया याद

Shaurya Diwas- मंत्री प्रहलाद पटेल और पूर्व सीएम उमा भारती का बाबरी ढांचे पर ट्वीट

2 min read
Google source verification
Minister Prahlad Patel and former CM Uma Bharti's tweets on the Babri structure

मंत्री प्रहलाद पटेल और पूर्व सीएम उमा भारती ने शौर्य दिवस पर ट्वीट किया

Shaurya Diwas- 6 दिसंबर 1992 को अयोध्या में विवादास्पद बाबरी ढांचा ढहाया गया था। इस दिन को अब शौर्य दिवस Shaurya Diwas के रूप में मनाया जाता है। श्री राम मंदिर आंदोलन में अपने प्राणों की आहुति देनेवालों को याद किया जाता है। इस आंदोलन ने राजनैतिक दल के रूप में बीजेपी का वर्चस्व स्थापित करने में महती भूमिका निभाई थी। हालांकि अन्य मुद्दों की तरह भाजपा इसे भी भूलती लग रही है। राज्य सरकार के अधिकांश मंत्रियों और बीजेपी नेताओं ने शौर्य दिवस Shaurya Diwas को बिसरा दिया है। राम मंदिर आंदोलन से जुड़ी रहीं पूर्व सीएम उमा भारती और प्रदेश के वरिष्ठ केबिनेट मंत्री प्रहलाद पटेल ने जरूर रामभक्तों का स्मरण किया। दोनों नेताओं ने शौर्य दिवस पर ट्वीट किए हैं।

मध्यप्रदेश की पूर्व सीएम उमा भारती ने अपने एक्स हेंडल पर पूरी भावनाएं उड़ेल दीं। उन्होंने लिखा- आज 6 दिसंबर है, कार सेवकों का अभिनंदन।

प्रदेश के वरिष्ठ केबिनेट मंत्री प्रहलाद पटेल ने भी शौर्य दिवस पर ट्वीट किए। उन्होंने बीजेपी के एक वीडियो को रिपोस्ट किया। इसके साथ ही अपना एक वीडियो पोस्ट करते हुए एक्स पर लिखा-

यह सदैव स्मृतियों में याद रखने योग्य है…

6 दिसंबर, 1992; का दिन-'शौर्य दिवस' केवल शक्ति प्रदर्शन अथवा शौर्यगाथा का प्रतीक भर नहीं, यह भारत में 'रामराज्य' की स्थापना के प्रति एक संकल्प है। एक ऐसा शासन; जिसमें 'सर्वधर्म समभाव' निहित हो।

सनातन संस्कृति में 'शौर्य' का आशय नैतिक बल, आत्म-त्याग तथा विषम परिस्थितियों में धैर्य बनाए रखने का 'सत्व' भी है।

जय श्री राम

केबिनेट मंत्री प्रहलाद पटेल ने एक्स पर शेयर किए अपने वीडियो में कहा-

आज 6 दिसंबर है… शताब्दियों से अयोध्या में एक कलंक का ढांचा था जिसे देश के साहस ने, संकल्प ने ढहा दिया…इसे शौर्य दिवस के रूप में मनाते हैं…लेकिन ​महज खंडहर हटाना ही हमारी परंपरा का प्रतीक नहीं था…एक दिव्य और भव्य मंदिर और एक ऐसी सनातन संस्कृति, जातिभेद से परे … मानवता और धर्म का प्रतीक है अयोध्या की पुण्य भूमि और मंदिर…आज का दिन उसी सनातन परंपरा को नमन करने का दिन है… ऐसी प्रज्ञा जागती रहे जो दुनिया में शांति दे… जय श्री राम…