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औसत तक पहुंचने के लिए 39.3 मिमी बारिश की जरूरत और है। यह जरूरत 15 से 17 सितंबर के बीच होने वाली बारिश के दौरान पूरी हो जाएगी। बंगाल की खाड़ी में नया चक्रवातीय घेरा बन गया है। यह 24 घंटे में कम दबाव के क्षेत्र में बदलकर आगे बढ़ना शुरू हो जाएगा, जिसके चलते झमाझम बारिश का दौर फिर से शुरू होगा। इस महीने मानसून का ब्रेक नहीं आएगा।
बात पूरे मध्यप्रदेश की करें तो 1 जून से 12 सितंबर तक औसत 30.23 इंच पानी गिर चुका है। यह कुल सामान्य बारिश 37.36 इंच से 7.13 इंच कम है। 31 अगस्त तक प्रदेश में 26.06 इंच पानी ही गिरा था। 12 सितंबर तक यह आंकड़ा 30.23 इंच तक पहुंच गया।
739 फीट तक भर जाएगा तिघरा
शहर में लगातार हो रही बारिश से तिघरा में करीब दो महीने का पानी बढ़ गया है। तिघरा का जल स्तर 67% पहुंच गया है। वहीं अपर ककैटो, ककैटो व पेहसारी में भी पानी का स्तर बढ़ गया है। तिघरा में बढ़ते पानी के स्तर को देखते हुए निगम ने पानी लिफ्ट करने के प्रस्ताव को रोक दिया है और पीएचई ने एक दिन छोड़कर पानी देने के प्रस्ताव को भी कैंसिल कर दिया है। अभी तिघरा डैम में 733 फीट यानी 3056 एमसीएफटी पानी भरा हुआ। वहीं प्रतिशत में 67 प्रतिशत पानी है। तिघरा अपने स्तर से सिर्फ अब छह फीट खाली है। यदि एक सप्ताह ऐसी ही बारिश रही तो तिघरा 739 फीट तक भर जाएगा।
कुछ ऐसी है डैम की हालत
ककैटो डैम
भराव क्षमता-342.75 मीटर
पानी भरा-341.89 मीटर
अपर ककैटो डैम
भराव क्षमता-370 मीटर
पानी भरा-369 मीटर
पेहसारी डैम
भराव क्षमता-334.77 मीटर
पानी भरा-333.69 मीटर
तिघरा डैम
भराव क्षमता-739 फीट
पानी भरा-733 फीट
Updated on:
13 Sept 2023 02:04 pm
Published on:
13 Sept 2023 02:03 pm
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