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रोजाना 15 क्विंटल की जरूरत आ रहा सिर्फ 2 क्विंटल, नींबू के दाम बढ़ने के पीछे ये बन रहा बढ़ा कारण

गर्मी में नींबू की तरावट से दूर हो रहे लोग, एक महीने से 10 रुपए में मिल रहा एक नींबू, 120 से 140 रुपए किलो तो मंडी में ही मिल रहा क्विंटल। हैदराबाद से 3 दिन में सिर्फ 5 क्विंटल ही आ रहा नींबू, रोजाना 15 क्विंटल की जरूरत।

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रोजाना 15 क्विंटल की जरूरत आ रहा सिर्फ 2 क्विंटल, नींबू के दाम बढ़ने के पीछे ये बन रहा बढ़ा कारण

भोपाल. इस गर्मी तापमान बढ़ने के साथ लोग नींबू पानी से तरावट नहीं ले पा रहे। पिछले 27 दिनों से नींबू 10 रुपए प्रति पीस बिक रहा है। शहर में लगने बाली अधिकांश शिकंजी स्टॉल पर सन्नाटा है। हालात ये है कि, कई स्थानों पर दोपहर तक लोगों की बोनी तक नहीं हो रही। पिछले वर्ष आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा व आस-पास पड़े अधिक पानी से नींबू की फसल खराब हो गई। इधर, महाराष्ट्र से आने वाला नींबू भी कमी के कारण अन्य राज्यों में चला गया। मध्य प्रदेश में सिर्फ हैदराबाद से ही नींबू आ रहा है।


राजधानी में इन दिनों रोजाना 15 क्विंटल की खपत रोजाना है। इसके बदले में तीन से चार दिन में मात्र चार से पांच क्विंटल नींबू ही आ रहा है। नींबू कारोबारी नसीम बताते हैं कि, महाराष्ट्र से अभी नींबू आने में एक माह का समय और लगेगा, ऐसे में हैदराबाद के नींबू से ही काम चलाना होगा। अगर इसमें भी कमी आई तो दाम और बढ़ सकते हैं। भोपाल, विदिशा, सीहोर और रायसेन में कुछ स्थानों पर इसकी खेती होती है। लेकिन इसकी मात्रा इतनी नहीं है कि, वो करोंद या नवबहार मंडी में आकर बिक सके। स्थानीय स्तर पर ही खरीद-बिक्री हो रही है।

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नींबू के दामों में आया इतना अंतर

करोंद मंडी में सब्जी कारोबारी लखन बताते हैं कि, पहले वे रोजाना 30 से 35 किलो नींबू बेच लेते थे। अच्छे नींबू का भाव भी 15 रुपए किलो के अंदर रहता था। इस बार 120 से 140 रुपए किलो तो मंडी में ही भाव है, जबकि बाहर जाकर ये 200 और 250 रुपए किलो हो जाता है।


होटलों में सलाद से भी हुआ गायब

नींबू की कमी के चलते अब इसे होटलों में भी सलाद के साथ देना कम कर दिया है। अगर कोई डिमांड करता है तो उसे नींयू के अतिरिक्त रुपए बताकर दिया जा रहा है। पर्यावास भवन के पास नींबू शिकंजी का ठेला लगाने वाले रमाकांत बताते हैं कि वर्षों से शिकंजी बेच रहा हूं लेकिन इस बार नींबू जितना महंगा हुआ है, कभी नहीं देखा। खरीदने के बाद पहले इनको सुरिक्षत रखना जरूरी है।

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