
Honorarium Hike
मध्यप्रदेश में वेतनवृद्धि के लिए हजारों कर्मचारी लामबंद हो गए हैं। मंगलवार को राजधानी भोपाल में प्रदेशभर के अंशकालिक, अस्थाई और आउटसोर्स कर्मचारियों ने आंदोलन शुरु किया है। ग्राम पंचायतों में चौकीदार, भृत्य, रसोइए आदि का काम कर रहे इन कर्मचारियों ने आदेश जारी होने तक मंत्रियों के बंगलों के सामने भूखे बैठे रहने का ऐलान किया है। कर्मचारियों ने पंचायत मंत्री प्रहलाद पटेल के बंगले पर भी प्रदर्शन किया।
प्रदेशभर से आए कर्मचारी शाहजहांनी पार्क में इकट्ठा हुए और बाद में श्रम मंत्री, शिक्षा मंत्री और आदिवासी कल्याण मंत्री से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। ऑल डिपार्टमेंट आउटसोर्स एवं अस्थाई कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के तत्वाधान में कर्मचारियों का कहना है कि सरकार उन्हें तत्काल नियमित कर वेतनवृद्धि करे।
मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष वासुदेव शर्मा ने कहा कि चौकीदार, पंप आपरेटर जैसे हजारों अंशकालिक कर्मचारी दो दशकों से काम कर रहे हैं। उन्हें महज 3-4-5 हजार रुपए वेतन दिया जाता है। आज तक किसी मंत्री ने इनसे बात तक नहीं की। अब ये सभी कर्मचारी तब तक मंत्रियों के बंगलों के सामने बैठेंगे, जब तक उनका हक दिलाने का वादा नहीं किया जाता।
राज्य की 23 हजार ग्राम पंचायतों के कर्मचारी इस आंदोलन में शामिल हैं। पंप आपरेटर, भृत्य, सफाई कर्मियों, रसोइयों आदि के भोपाल आ जाने से अधिकांश गांवों में सफाई व्यवस्था चरमरा गई और पेयजल सप्लाई भी प्रभावित हुई। छात्रावासों की भोजन व्यवस्था भी प्रभावित हुई है।
Published on:
17 Dec 2024 07:02 pm
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