मौसम विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, गुरूवार और शुक्रवार को प्रदेश के सभी संभागों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
भोपाल. बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव क्षेत्र के कारण मध्य प्रदेश में एक बार फिर झमाझम बारिश का दौर शुरू हो गया है। मौसम विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, गुरूवार और शुक्रवार को प्रदेश के सभी संभागों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इनमें खास तौर पर दो दर्जन से ज्यादा जिलों में अति भारी बारिश का से येलो-ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा, प्रदेश के 10 जिलों में गरज चमक के साथ बिजली गिरने की भी चेतावनी जारी की गई है। हालांकि, मौसम विबाग का ये भी मानना है कि, सितंबर के आखिरी सप्ताह से मध्य प्रदेश के कुछ क्षेत्राें से मानसून की विदाई शुरु हो जाएगी।
मौसम विभाग ने गुरुवार प्रदेश के सभी संभागों में गरज चमक के साथ बारिश की संभावना जताई है। वहीं, मुरैना, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी जिलों में अति भारी बारिश के साथ नर्मदापुरम-ग्वालियर संभाग के साथ भिंड, श्योपुरकलां, विदिशा, रायसेन, बुरहानपुर, धार, सीधी, पन्ना, दमोह, सागर, डिंडोरी, रीवा, अनूपपुर, कटनी, जबलपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट जिले समेत रीवा, सागर, शहडोल, भोपाल, जबलपुर, उज्जैन और ग्वालियर संभाग में तेज और रिमझिम बारिश का अलर्ट जारी किया है। ग्वालियर, चंबल, सागर और रीवा संभागों के जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश की संभावना है। इसके साथ ही, भोपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर, शहडोल, उज्जैन, इंदौर संभागों के जिलों में रिमझिम का दौर चलने की संभावना है।
कहां कितनी बारिश
मौसम विभाग का कहना है कि, प्रदेश के मुरैना, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी जिले में अतिभारी बारिश की संभावना है। वहीं, इंदौर, भोपाल में भी रिमझिम बारिश के आसार हैं। बंगाल की खाड़ी में बने लो प्रेशर एरिया सिस्टम के कारण प्रदेश में 23 सितंबर तक कई जिलों में बारिश होगी। इससे ग्वालियर, चंबल और बुंदेलखंड के साथ बघेलखंड के कई जिलों में बारिश हो सकती है। बंगाल की खाड़ी के सिस्टम का असर 24 सितंबर तक रहेगा। इस सिस्टम के गुजर जाने के बाद मानसून की वापसी होना शुरु हो जाएगी। राजस्थान में मानसून की विदाई के लिए प्रति चक्रवात बनने लगा है।
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