MP BJP- मध्यप्रदेश के एक विधायक के बेटे पर गुंडागर्दी का गंभीर आरोप लगा है। एक दलित ड्राइवर ने विधायक पुत्र पर उसके साथ मारपीट करने और जातिगत अपमान का आरोप लगाया।
MP BJP- मध्यप्रदेश के एक विधायक के बेटे पर गुंडागर्दी का गंभीर आरोप लगा है। एक दलित ड्राइवर ने विधायक पुत्र पर उसके साथ मारपीट करने और जातिगत अपमान का आरोप लगाया। ड्राइवर का यह भी कहना है कि कोलार पुलिस ने विधायक पुत्र के दबाव में उसके खिलाफ ही झूठा केस दर्ज कर लिया। पीड़ित ड्राइवर ने अब भोपाल के पुलिस कमिश्नर से न्याय की गुहार लगाई है। इधर बीजेपी ने भी इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने सीधे पूछा कि जब मामला कांग्रेस विधायक पुत्र द्वारा एक दलित के साथ अन्याय का हो, तो कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी मौन क्यों हो जाते हैं?
टीकमगढ़ से कांग्रेस के विधायक यादवेंद्र सिंह के बेटे पर ड्राइवर बाबू कहार ने मारपीट का आरोप लगाया है। पीड़ित ड्राइवर ने बताया कि विधायक के बेटे की स्कॉर्पियो कार नंबर MP04 ZK 8121 ने खड़े डंपर में पीछे से टक्कर मार दी। हादसे के बाद विधायक के बेटे और सरकारी गनमैन ने जातिगत अपमान करते हुए उनके साथ मारपीट भी की।
ड्राइवर बाबू कहार ने बताया कि घटना 14 जुलाई को करीब दोपहर 2 बजे की है। कलियासोत घाटी पर डंपर खराब हो गया तभी तेज रफ्तार स्कॉर्पियो ने पीछे से उसमें टक्कर मार दी। कुछ देर बाद गनमैन के साथ एक युवक वहां आया और खुद को टीकमगढ़ विधायक यादवेंद्र सिंह का बेटा बताया। बाबू कहार के मुताबिक उसने अपनी गलती मानने से साफ इनकार कर दिया तो वे दोनों झल्ला उठे। युवक और गनमैन ने उसे जबरन कार में बैठाकर मारपीट की।
ड्राइवर बाबू कहार का कहना है कि वे विधायक के बेटे की शिकायत करने गए लेकिन कोलार पुलिस ने उनकी बात नहीं सुनी। पुलिस ने उल्टा मेरे खिलाफ ही केस दर्ज कर दिया। मेडिकल रिपोर्ट में जबरन शराब पीने की बात लिख दी जबकि उस दिन सावन सोमवार का व्रत था, मैंने कभी शराब नहीं पी है। ड्राइवर ने घटना स्थल और थाने के सीसीटीवी फुटेज निकालने की मांग की है जिससे केस साफ हो सके।
घटना पर बीजेपी ने कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी को घेरा है। प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने सवाल उठाया कि कांग्रेस विधायक पुत्र द्वारा एक दलित के साथ अन्याय किया गया तो मप्र कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी मौन क्यों हैं? उन्होंने कहा कि क्या आपकी संवेदनशीलता दलितों के लिए केवल मंचों और माइक्रोफोन तक सीमित है? जब अत्याचार कांग्रेस के भीतर से हो, तब आपकी राजनीति चुप्पी का आवरण क्यों ओढ़ लेती है? बीजेपी नेता ने यह भी कहा है कि मध्यप्रदेश में कानून का राज है- दोषी कोई भी हो, बख्शा नहीं जाएगा।