Shivraj Singh Chauhan - केंद्रीय कृषि मंत्री, एमपी के पूर्व सीएम और भारतीय जनता पार्टी- बीजेपी के वरिष्ठ नेता शिवराज सिंह चौहान पार्टी संगठन के सर्वोच्च पद के बड़े दावेदार हैं। पार्टी द्वारा अपने संविधान के अनुसार राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए आवश्यक प्रदेशाध्यक्षों की नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद यह बात फिर उठी है। बीजेपी जल्द ही अपने नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की नियुक्ति करेगी और इसके लिए शिवराजसिंह चौहान भी रेस में हैं। न्यूज एजेंसी एएनआइ ने यह दावा करते हुए बताया है कि जिन आधा दर्जन नामों पर पार्टी विचार कर रही है उनमें केंद्रीय कृषि मंत्री भी शामिल हैं। केंद्र में जाने के बाद से ही कृषि मंत्री के रूप में शिवराजसिंह चौहान लगातार सक्रिय हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष पद को लेकर पिछले कुछ दिनों में एमपी बीजेपी में भी हलचल खासी बढ़ी हैं।
एमपी में वीडी शर्मा के स्थान पर बैतूल विधायक हेमंत खंडेलवाल, बीजेपी के नए प्रदेशाध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभाल चुके हैं। 2 जुलाई को उनकी नियुक्ति के साथ ही बीजेपी अब तक 26 राज्यों के लिए प्रदेशाध्यक्षों की नियुक्ति कर चुकी है। इसी के साथ ही जेपी नड्डा के स्थान पर पार्टी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव का रास्ता भी साफ हो गया है।
बीजेपी अध्यक्ष के लिए जरूरी संगठनात्मक प्रक्रिया पूरी होते ही इसके लिए संभावित नामों की चर्चा तेज हो गई है। 2024 के लोकसभा चुनावों के बाद से ही पार्टी के शीर्ष पद के लिए कई दावेदारों के नाम सामने आ चुके हैं जिनपर आंतरिक चर्चा चलती रही है। इनमें एमपी के वरिष्ठ नेता शिवराजसिंह चौहान भी शामिल हैं।
एएनआइ के अनुसार बीजेपी अध्यक्ष के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए जिन नामों पर विचार किया जा रहा है उनमें 6 पार्टी नेता और केंद्रीय मंत्री प्रमुख हैं। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, भूपेंद्र यादव, धर्मेंद्र प्रधान, बीजेपी महासचिव सुनील बंसल और विनोद तावड़े के नाम पर पार्टी का वरिष्ठ नेतृत्व विचार कर रहा है। अध्यक्ष पद के लिए छठा नाम एमपी के वरिष्ठ नेता शिवराज सिंह चौहान का है। एएनआइ के अनुसार वे भी राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की इस दौड़ में प्रमुख रूप से शामिल हैं।
एएनआइ की रिपोर्ट में कहा गया है कि बीजेपी अपने नए अध्यक्ष का चयन करते समय तीन प्रमुख कारकों पर विचार कर रही है: संगठनात्मक अनुभव, क्षेत्रीय संतुलन और जातिगत समीकरण। पार्टी जल्द ही नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया की देखरेख के लिए एक केंद्रीय चुनाव समिति का गठन कर सकती है। यह समिति नामांकन, जांच और आवश्यक होने पर मतदान के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करेगी।
Updated on:
06 Jul 2025 04:41 pm
Published on:
06 Jul 2025 04:40 pm