
भोपाल। बुधवार को हुई कैबिनेट की बैठक में मुख्यमंत्री कमल नाथ और कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक मंत्रियों की बहस के बाद कांग्रेस की अंदरुनी कलह सतह पर आ गई है। खाद्य मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर के बाद परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने मुख्यमंत्री पर हमला बोला है।
परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने सीधे तौर पर सीएम पर हमला नहीं बोला है लेकिन अप्रत्यक्ष तौर पर हमला बोलते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को मंत्री और विधायकों को समय देना चाहिए और उनकी बातों को गंभीरता से सुनना चाहिए।
राजपूत की इस टिप्पणी के बाद साफ हो गया है कि सरकार में गुटबाजी हावी है। जिस तरह बुघवार को कैबिनेट की बैठक में खाद्य मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने सीएम कमल नाथ से बहस की, उसके बाद राजपूत का यह बयान कि मुख्यमंत्री को मंत्रियों की समस्या सुनने के लिए समय देना ही होगा, इससे साफ हैं पार्टी और सरकार में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है। हालांकि कमल नाथ पहले ही कह चुके हैं कि सभी को अपनी बात कहने का पूरा वक्त मिलेगा।
बरकरार रहेगा तेवर
बुधवार को कैबिनेट की बैठक में हुए घमासान के बाद गुरुवार की शाम परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के चौहत्तर बंगला स्थित सरकारी निवास पर हुई इस बैठक में स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट, महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी, स्कूल शिक्षा मंत्री प्रभुराम चौधरी और खाद्य मंत्री प्रद्युम्र सिंह तोमर शामिल हुए। बैठक करीब डेढ़ घंटे चली। सूत्रों के मुताबिक बैठक में इस बात सहमति बनी कि जब तक उनके विभाग के प्रमुख सचिव बदले नहीं जाएंगे या मंत्री की बात को तवज्जो नहीं देंगे, तब तक उनके ये तेवर बरकरार रहेंगे।
Published on:
21 Jun 2019 12:06 pm
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