19 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

उमा भारती का सीएम को पत्रः डिंडोरी में बनें अवंतीबाई लोक और लोधी समाज को मिले मंत्रिमंडल में जगह

सीएम को लिखा पत्रः उमा भारती ने डिंडोरी का नाम बदलने सहित 22 सूत्रीय मांग का पत्र सीएम को अग्रेषित किया...।

2 min read
Google source verification

भोपाल

image

Manish Geete

May 27, 2023

uma01.png

अमरकंटक से अस्वस्थ होने के कारण आराम कर रही उमा भारती एक बार फिर लोधी समाज को लेकर एक्टिव हो गई हैं। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है। जिसमें डिंडोरी में रानी अवंतीबाई लोक बनाने, समाज कल्याण बोर्ड का गठन करने और लोधी समाज के विधायक को मंत्रिमंडल में शामिल करने की मांग की है। साथ ही आने वाले चुनाव में लोधी समाज को अधिक टिकट देने की भी मांग रखी है।


पूर्व सीएम एवं भाजपा नेता उमा भारती ने पिछले दिनों शराब नीति को लेकर सरकार को भी झुकने को मजबूर कर दिया था। इसके बाद से वे शांत बैठी थीं। कुछ दिन पहले ही वे अमरकंटक से लौटकर स्वास्थ्य कारणों से आराम कर रही थीं। शनिवार को उमा ने एक बार फिर नई मांग करके सभी को चौंका दिया है। उमा ने सीएम को लिखे पत्र में 22 सूत्रीय मांग का पत्र फारवर्ड किया है। जो लोधी समाज के कार्यकारी अध्यक्ष ने उमा भारती को भेजा था।

उमा ने लिखा है कि डिंडोरी जिले के शाहपुर में रानी अवंती बाई का बलिदान स्थली है, जहां वे 22 मार्च को गई थीं। तब मुझे जानकारी मिली थी कि रानी ने अपने सम्मान की रक्षा के लिए अंग्रेजों के सामने समर्पण करने की बजाय अपने सीने में ही कटार घोंप ली थी। वह कटार आज भी जिले के संग्रहालय में मौजूद है।

उमा ने मुख्यमंत्री को याद दिलाया कि आप (शिवराज सिंह चौहान) की सहमति से ही मैंने उनके बलिदान स्मारक के पास उस समय की स्मृतियों को संजोकर रखने के लिए पारदर्शी संग्रहालय बनाने की घोषणा कर दी थी। मुझे लोधी क्षत्रिय समाज के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और वर्तमान कार्यकारिणी राष्ट्रीय अध्यक्ष कोक सिंह नरवरिया ने आवेदन दिया है। जिसमें उन्होंने वहां पर रानी अवंती बाई लोक, मध्यप्रदेश में समाज कल्याण बोर्ड का गठन करने के साथ ही भोपाल में सामाजिक विकास के लिए एक भवन बनाने समेत अन्य विषयों पर काम करने का अनुरोध किया है।

यह भी पढ़ें : उमा का विवादित बयान, हमारी चप्पल उठाती है ब्यूरोक्रेसी

यह है वो 22 मांग