
सोशल मीडिया में विश्वसनीयता और प्रतिष्ठा का प्रतीक बन चुके वेरिफाइड बैज यानी ब्लू टिक के नाम पर अवैध खरीद- फरोख्त का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। वेरिफाइड बैज को ब्लू टिक या ब्लू बैज के नाम से भी जाना जाता है। इसका इस्तेमाल सेलिब्रिटी, ब्रांड या किसी प्रतिष्ठित व्यक्ति के अकाउंट को वेरिफाई करने के लिए किया जाता है। इससे फेक और असली अकाउंट की भी पहचान होती है। लेकिन ट्विटर में ब्लू टिक के बढ़ते क्रेज के साथ ही फ्रॉड भी तेजी से शुरू हो गया है। अगर आपका ट्विटर एकाउंट हालही में वेरिफाइड हुआ है तो आपको भी सतर्क हो जाने की जरूरत है क्योंकि वेरिफाइड हो चुके ट्विटर एकाउंट पर अंतरराष्ट्रीय फ्रॉड गैंग की पैनी निगाहें है। कुछ केस के जरिए समझाते हैं कि कैसे फ्रॉड किया जाता है।
केस नं.-1
भोपाल के संदीप सिंह के ट्विटर एकाउंट में 7 हजार के करीब फॉलोअर्स थे। इसी दौरान उन्होंने ब्लू टिक के लिए अप्लाई किया और उन्हें ब्लू टिक मिल भी गया। लेकिन अकाउंट वेरिफाइट होती ही फ्रॉड गैंग की नजर उनपर टिक गई। सबसे पहले संदीप के ट्विटर अकाउंट में उन्हें गैंग की ओर से मैसेज भेजा गया कि आपका अकाउंट वेरिफाइड हुआ है। इसको लेकर एक बार आपको अपना मेल आईडी कन्फर्म करवाना पड़ेगा। इस मैसेज को संदीप ने कुछ दिनों तक अनदेखा किया लेकिन बाद में सही लगने पर उन्होंने उनके बताए अनुसार ट्विटर में स्टेप फॉलो किया। जिसके बाद संदीप के फोन नं में एक अरबी भाषा में लिंक भेजा गया। जिसे वो नहीं समक्ष पाए और उन्होंने स्क्रीनशॉट शेयर कर दिया। जिसमें एक कोड भी लिखा हुआ था। उसके बाद ये अकाउंट हैक हो गया। संदीप बताते हैं कि उन्होंने भोपाल पुलिस से लेकर ट्विटर और गूगल तक ममद मांगी लेकिन अभी तक कोई मदद नहीं मिली। जबकि उनका अकाउंट अभी भी कोई व्यक्ति चला रहा है।
5000 डॉलर की डिमांड
थोड़े दिनों के बाद जब संदीप सिंह ने अपने नए अकाउंट से एक्टिव पुराने एकाउंट पर अपना अकाउंट वापस करने के लिए हैकर्स को मैसेज किया तो उन्होंने कहा कि मैंने ये वेरिफाइड एकाउंट 2 हजार डॉलर में खरीदा है अगर आपको खरीदना है तो इसके लिए आपको 5000 डॉलर देने होंगे। जिसकी शिकायत भी पुलिस और ट्विटर को कर दी है।
केस नं.-2
पेशे से डॉक्टर ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि उनसे साथ तीन महीने पहले ट्विटर में फ्रॉड हो गया था। अकाउंट वेरिफाइड होते ही कुछ लोगों ने ट्विटर में डायरेक्ट मैसेज करके संपर्क किया और फिर लिंक भेजकर ओटीपी मांगा खुद को ट्विटर ऑफिस का व्यक्ति बताकर जिसके बाद ओटीपी बताते ही अकाउंट हैक हो गया। लेकिन बाद में उन्होंने अपने अकाउंट को पैसा खर्च कर रिकवर करवाया। लेकिन उन्होंने पैसा और रिकवर करने वाले व्यक्ति के बार में बताने से इंकार कर दिया।
इंटरनेशल मार्केट में वेरिफाइड अकाउंट की भारी डिमांड
इंटरनेशल मार्केट में वेरिफाइड अकाउंट की जबरदस्त तरीके से अवैध खरीद- फरोख्त चल रही है। साइबर एक्सपर्ट के मुताबिक एक वेरिफाइड ट्विटर अकाउंट खरीदने और ब्लू टिक के लिए लोग 2500 डॉलर यानी की 1.50 लाख से भी ज्यादा पैसा खर्च कर रहे हैं। इसका अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि अकाउंट हैक होते ही जैसे आप ये मैसेज सोशल मीडिया पर डालते हैं वैसे ही आपसे हैकर्स संपर्क करने लगते हैं और अकाउंट रिकवर कराने के एवज में कई डॉलर की डिमांड करते हैं।
हम कुछ नहीं कर सकते
ट्विटर के मामले में हम कुछ नहीं कर सकते हैं। शिकायत करने पर पुलिस सिर्फ ट्विटर को पत्र लिख सकती है। बाकि आगे अकाउंट को बंद करना है या फिर जारी रखना है ये तमाम चीजें ट्विटर को ही तय करनी होती है।
योगेश देशमुख, एडीजी, राज्य साइबर सेल
Published on:
14 Jul 2022 09:13 pm
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