वरिष्ठ मौसम जैज्ञानिक अजय शुक्ला ने बताया, पिछले चार दिनों से बंगाल की खाड़ी से आ रही दक्षिणी हवा और पश्चिमी विक्षोभ से आने वाली उत्तरी हवा टकराने से गरज-चमक और बौछारों की स्थिति बन रही थी ऐसी ही स्थिति एक बार फिर से मार्च से बनने जा रही है। अगले तीन-चार दिनों में आने वाले बदलाव पर मौसम विभाग नजर रखे हुए है। इस बार गरज-चमक कितनी होगी, बौछारें कितनी पड़ेंगी ओले गिरेंगे या नहीं यह अगले 24 घंटे में तय हो जाएगा।
बता दें कि वर्तमान में एव पश्चिमी विक्षोभ जम्मू और कश्मीर में बना हुआ है। एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान से आ रहा है इसके असर से राजस्थान में चक्रवात बन चुका है। प्रदेश में भी एक सिस्टम बना हुआ है। अगले 24 घंटों में मौसम खुला रहने के अनुमान है, जिसके बीच तापमान बढ़ेगा। इसके बाद इसके बाद बारिश के भी आसार हैं।