महिला एवं बाल विकास मंत्री अर्चना चिटनीस की नाराजगी मंगलवार को अफसरों पर भारी पड़ी। पोषण पर संयुक्त कार्यशाला में पशुपालन विभाग के आला अफसर नहीं पहुंचे, तो अर्चना ने नाराजगी जताईं। पशुपालन विभाग के डिप्टी डायरेक्टर को डांटते हुए कहा- तुम्हारे डायरेक्टर कहां हंै? वो क्यों नहीं आए। क्या इतनी महत्वपूर्ण कार्यशाला की समझ नहीं है? अभी तुम्हारे मंत्री से बात कराओ। इस पर अफसरों ने मंत्री की बजाए डायरेक्टर को फोन लगाया, जिसके चंद मिनट बाद डायरेक्टर आरके रोकड़े दौड़े-दौड़े कार्यशाला में पहुंचे। अर्चना ने डायरेक्टर को फटकारते हुए कहा कि कुपोषण को खत्म करना अकेले आंगनवाड़ी का काम नहीं है। यह सामाजिक, पारिवारिक और सामुदायिक जिम्मेदारी है। इससे सब मिलकर ही निपट सकते हैं। आंगनवाडि़यां अकेले इसे खत्म नहीं कर सकतीं।