डाउन सिंड्रोम से पीडि़त बच्चों के इलाज व पुनर्वास के लिए लिंक रोड-3 पर एक सेंटर बनाया जाएगा। साथ ही सिंड्रोम पीडि़त बच्चों की जांच के लिए 4 से 6 अप्रैल तक जेपी अस्पताल में समर्पण केंद्र में शिविर लगाया जाएगा। लिंग परीक्षण रोकने सभी सोनोग्राफी मशीनों पर ट्रैकर लगाया जाएगा। यह फैसले गुरुवार को कलेक्टर की अध्यक्षता में हुई जिला स्तरीय निगरानी समिति की बैठक में लिए गए। बैठक में बताया गया कि कन्या भ्रूण हत्या पर रोक लगाने के लिए पीसीपीएनडीटी अधिनियम लागू किया गया है। इसके तहत प्रसव पूर्व भ्रूण का लिंग परीक्षण पूर्णत: प्रतिबंधित है। इसे लागू करने के लिए सभी सोनोग्राफी मशीनों पर ट्रेकर सिस्टम लगाने की व्यवस्था की जा रही है। इससे लिंग परीक्षण करने पर ऑनलाइन जानकारी मिलेगी और दोषी व्यक्तियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई हो सकेगी। बैठक में जिला पंचायत सीईओ, सीएमएचओ, सिविल सर्जन आदि मौजूद थे।