कई बार हमें ऐसी बीमारियां हो जाती हैं, जिनके बारे में हमें पता नहीं चल पाता। मलेरिया जैसी बीमारी को गांवों में डिटेक्ट करने के लिए ही कम्प्यूटर साइंस के चार स्टूडेंट्स शिवांगी धाकड़, आकृति जैन, प्रज्ञा परिमिता और विवाश्वन तिवारी ने एक ऐसा प्रोजेक्ट बनाया है। इसके जरिए बिना डॉक्टर की मदद से भी मलेरिया का टेस्ट हो जाएगा। आपको अपने ब्लड सैंपल को माइक्रोस्कोप में फिट करके एक फोटो लेना है और इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से आपके ब्लड सैंपल का टेस्ट हो जाएगा कि आपको मलेरिया है या नहीं। शिवांगी बताती हैं कि गावों में जहां डॉक्टर्स नहीं हैं, वहां अगर इस सॉफ्टवेयर में किसी को ट्रेन कर दिया जाए, तो आसानी से मलेरिया की जांच की जा सकती है।