scriptसुबह उद्यानों और खेल मैदानों से चुनाव प्रचार की रणनीति | Election campaign strategy from parks and playgrounds in the morning | Patrika News
भुवनेश्वर

सुबह उद्यानों और खेल मैदानों से चुनाव प्रचार की रणनीति

चुनाव को लेकर जहां राजनीतिक पार्टियां और नेता एक दूसरे पर वार-पलटवार कर रहे हैं। वही ओडिशा के ब्रह्मपुर में उल्टी गंगा बह रही है। ब्रह्मपुर को ओडिशा के रेशम नगरी के तौर पर जाना जाता है। विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने अब सुबह-सुबह उद्यानों और खेल मैदानों से चुनाव प्रचार शुरू करने की रणनीति अपनायी है, जहां लोग सुबह की सैर और दैनिक व्यायाम के लिए इकट्ठा होते हैं।

भुवनेश्वरApr 14, 2024 / 04:30 pm

Rabindra Rai

सुबह उद्यानों और खेल मैदानों से चुनाव प्रचार की रणनीति

सुबह उद्यानों और खेल मैदानों से चुनाव प्रचार की रणनीति

नेताओं को एक दूसरे का गर्मजोशी से स्वागत करते देखा जा रहा
चुनाव को लेकर जहां राजनीतिक पार्टियां और नेता एक दूसरे पर वार-पलटवार कर रहे हैं। वही ओडिशा के ब्रह्मपुर में उल्टी गंगा बह रही है। ब्रह्मपुर को ओडिशा के रेशम नगरी के तौर पर जाना जाता है। विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने अब सुबह-सुबह उद्यानों और खेल मैदानों से चुनाव प्रचार शुरू करने की रणनीति अपनायी है, जहां लोग सुबह की सैर और दैनिक व्यायाम के लिए इकट्ठा होते हैं। ब्रह्मपुर के एमकेसीजी मेडिकल कॉलेज ग्राउंड में सुबह की सैर करने वाले लोग तब हैरान हुए जब उन्होंने राज्य में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) और विपक्षी भाजपा के नेताओं को एक दूसरे का गर्मजोशी से स्वागत करते देखा।

जय जगन्नाथ के जवाब में जय श्रीराम का नारा लगाया
बीजद के ब्रह्मपुर विधानसभा क्षेत्र के उम्मीदवार और पार्टी के गंजाम जिला अध्यक्ष रमेश चंद्र च्याउ पटनायक और भाजपा के ब्रह्मपुर लोकसभा सीट के उम्मीदवार प्रदीप पाणिग्रही को मेडिकल कॉलेज मैदान में प्रचार करते देख लोग आनंदित हुए।
दोनों नेताओं के साथ उनके समर्थक भी थे। जब पटनायक और पाणिग्रही का आमना-सामना हुआ तो उम्र में छोटे होने के कारण पाणिग्रही ने उनका हाथ जोडक़र अभिवादन किया। हालांकि जब बीजद समर्थकों ने जय जगन्नाथ का नारा लगाया तो भाजपा समर्थकों ने जय श्रीराम का नारा लगाया।

कट्टर प्रतिद्वंद्वी, फिर भी करते सम्मान
पटनायक और पाणिग्रही दोनों गंजाम जिले की राजनीति में कट्टर प्रतिद्वंद्वी हैं। हालांकि पाणिग्रही पटनायक का एक वरिष्ठ नेता होने के चलते सम्मान करते हैं क्योंकि उन्होंने उनके अधीन काम किया था। गोपालपुर से विधायक रहे पाणिग्रही को 2020 में बीजद से निष्कासित कर दिया गया था। ब्रह्मपुर लोकसभा और ब्रह्मपुर विधानसभा क्षेत्र के लिए चुनाव 13 मई को होगा।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो