कमरों में रखा था धान
अनंत वासुदेव मंदिर परिसर के रसोईघर के कमरों से उठती लपटों से आसपास दहशत का माहौल उत्पन्न हो गया। मंदिर के लोग ही पहले बाल्टियों से आग बुझाने में लगे रहे। जब उन्हें सफलता नहीं मिली तो बाद में फायर ब्रिगेड की गाड़ियों ने आग पर काबू पाने के लिए पूरी मशक्कत की। काफी देर की मशक्कत के बाद भीषण आग पर काबू पाया जा सका। रसोई घर के कमरों में धान व अन्य सामान भी रखा था।
मंदिर की तमाम संपत्ति का भी भारी नुकसान
फायर ब्रिगेड को आग लगने की सूचना क्षेत्रीय लोगों ने दी। चार बजे सुबह लगी आग पर काबू पाने के लिए चार दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंची। फायर ब्रिगेड के अधिकारियों का कहना है कि आग लगने का मुख्य कारण पता नहीं चल सका। मंदिर की तमाम संपत्ति का भी भारी नुकसान हुआ। फायर ब्रिगेड के अधिकारियों का कहना है कि आग लगने का कारण और संपत्ति का विवरण मिलना शेष है। जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा।
महाप्रसाद वितरण पूरी तरह प्रभावित
इस अग्नि कांड के कारण महाप्रसाद वितरण पूरी तरह प्रभावित हुआ। भक्तों को बिना प्रसाद के ही मंदिर में दर्शन लाभ के बाद लौटना पड़ा। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2008 में भी अनंत वासुदेव मंदिर में आग लगी थी। तब मंदिर की संपत्ति को गंभीर नुकसान हुआ था। यह मंदिर लिंगराज मंदिर के निकट है। यहां पर हजारों की संख्या नित्य भक्तों का आवागमन होता है। प्रसाद नहीं मिलने से भक्तों में निराशा रही।