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इन जगहों पर वोट डालने के लिए वोटरों ने नहीं दिखाई रूचि, इंतजार करते बैठी रही पोलिंग टीम

यहां के करीब 20 मतदान केन्द्रों में 20 से भी कम वोट पड़े

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Lok Sabha CG 2019

नारायणपुर. बस्तर के बीजापुर, कोंटा, नारायणपुर और दंतेवाड़ा में मतदान थम चुका है। इन जिलों में नक्सलियों के मूवमेंट के कारण सुबह 7 बजे से दोपहर तीन बजे तक ही मतदान का आयोजन किया गया था। धूर नक्सल क्षेत्र अबूझमाड़ के कुछ मतदान केन्द्रों को सुरक्षा कारणों से बीजापुर में स्थानांतरित किया गया था। पर इसके बाद भी यहां के करीब 20 मतदान केन्द्रों में 20 से भी कम वोट पड़े।

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नारायणपुर. बस्तर के बीजापुर, कोंटा, नारायणपुर और दंतेवाड़ा में मतदान थम चुका है। इन जिलों में नक्सलियों के मूवमेंट के कारण सुबह 7 बजे से दोपहर तीन बजे तक ही मतदान का आयोजन किया गया था। धूर नक्सल क्षेत्र अबूझमाड़ के कुछ मतदान केन्द्रों को सुरक्षा कारणों से बीजापुर में स्थानांतरित किया गया था। पर इसके बाद भी यहां के करीब 20 मतदान केन्द्रों में 20 से भी कम वोट पड़े।

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नारायणपुर. बस्तर के बीजापुर, कोंटा, नारायणपुर और दंतेवाड़ा में मतदान थम चुका है। इन जिलों में नक्सलियों के मूवमेंट के कारण सुबह 7 बजे से दोपहर तीन बजे तक ही मतदान का आयोजन किया गया था। धूर नक्सल क्षेत्र अबूझमाड़ के कुछ मतदान केन्द्रों को सुरक्षा कारणों से बीजापुर में स्थानांतरित किया गया था। पर इसके बाद भी यहां के करीब 20 मतदान केन्द्रों में 20 से भी कम वोट पड़े।

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नारायणपुर. बस्तर के बीजापुर, कोंटा, नारायणपुर और दंतेवाड़ा में मतदान थम चुका है। इन जिलों में नक्सलियों के मूवमेंट के कारण सुबह 7 बजे से दोपहर तीन बजे तक ही मतदान का आयोजन किया गया था। धूर नक्सल क्षेत्र अबूझमाड़ के कुछ मतदान केन्द्रों को सुरक्षा कारणों से बीजापुर में स्थानांतरित किया गया था। पर इसके बाद भी यहां के करीब 20 मतदान केन्द्रों में 20 से भी कम वोट पड़े।

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नारायणपुर. बस्तर के बीजापुर, कोंटा, नारायणपुर और दंतेवाड़ा में मतदान थम चुका है। इन जिलों में नक्सलियों के मूवमेंट के कारण सुबह 7 बजे से दोपहर तीन बजे तक ही मतदान का आयोजन किया गया था। धूर नक्सल क्षेत्र अबूझमाड़ के कुछ मतदान केन्द्रों को सुरक्षा कारणों से बीजापुर में स्थानांतरित किया गया था। पर इसके बाद भी यहां के करीब 20 मतदान केन्द्रों में 20 से भी कम वोट पड़े।