
बिजनौर। नागरिकता संशोधन बिल (CAA) और एनआरसी (NRC) के विरोध में शुक्रवार (Friday) को बिजनौर (Bijnor) की कई तहसीलों और शहर में जुमे की नमाज के बाद हिंसक प्रदर्शन हुआ। प्रदर्शन के दौरान उपद्रवियों ने शहर के अंदर कई गाड़ियों में जमकर तोड़फोड़ की और आग लगा दी। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव भी किया।
पुलिस पर चलाईं गोलियां
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाने का भी आरोप लगाया है। हिंसा के बाद पुलिस ने 100 लोगों को हिरासत में लिया है। प्रभारी आईजी (IG) नवीन अरोड़ा का कहना है कि आरोपियों को चिन्हित किया जा रहा है। उपद्रवियों पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है। संपत्ति का जो भी नुकसान हुआ है, वह बवालियों से वसूला जाएगा। सीसीटीवी फुटेज से भी इनकी पहचान की जा रही है।
सिपाही को लगी गोली
हिंसक प्रदर्शन में एक युवक की मौत हो गई जबकि तीन लोग घायल हुए हैं। नहटौर थाने में तैनात एक सिपाही भी गोली लगने से घायल हुआ है। बिजनौर के सिविल लाइन में शुक्रवार को एनआरसी के नाम पर उपद्रवियों ने जमकर तांडव मचाया। नहटौर क्षेत्र में जुमे की नमाज के बाद एकाएक भीड़ ने पुलिस पर पत्थर से हमला कर दिया। बिजनौर में प्रदर्शनकारियों ने एक मोटर साइकिल में आग लगा दी जबकि नहटौर थाने में पुलिस की जीप फूंक दी गई।
आंसू गैस के गोले दागे
पुलिस ने पथराव से बचने के लिए प्रदर्शनकारियों पर टीयर गैस के गोले दागे। इस बीच प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। इसमें एक पुलिसकर्मी को गोली लगी है। जवाब में पुलिस ने भी गोलियां चलाईं। जवाबी कार्रवाई में तीन प्रदर्शनकारी घायल हुए हैं। इस प्रदर्शन में एक युवक सुलेमान की मौत हो गई। उसके भाई सुएब मलिक का आरोप है कि उनको खास मंडी में उनके भाई सुलेमान को गोली लगने की सूचना मिली थी। सुलेमान के परिजनों ने आरोप लगाया कि उसकी मौत पुलिस की गोली से हुई है।
यह कहा आईजी ने
वहीं, प्रभारी आईजी नवीन अरोड़ा ने कहा कि पुलिस ने अपनली पूरी तैयारी की थी। सभी राजनीतिक दलों के प्रमुख लोगों से बात की गई थी। इसको लेकर मौलवियों से भी बात की गई थी। सभी ने आश्वाश्न दिया था कि वे शांतिपूर्वक नमाज पढ़ेंगे और शंति का संदेश देंगे। उसके बाद सब अपने घर चले जाएंगे1 इसके बावजूद पुलिस के कड़े सुरक्षा इंतजाम थे। तीन-चार जगह पर नमाज के बाद लोग जमा हुए। पुलिस ने उनको रोक लिया लेकिन करीब 150 लोग मेन मार्केट की तरफ आए और सात-आठ गाड़ियों में तोड़फोड़ कर दी। इसके बाद वे नारे लगाते हुए जजी परिसर की तरफ बढ़े तो पुलिस ने उनको खदेड़ा। नहटौर में नमाज के बाद लोग इकट्ठे हुए। उन्हें जब इंस्पेक्टर ने रोका तो उन्होंने पथराव कर दिया।
छतों से फेंके गए पत्थर
उन्होंने कहा कि पुलिस ने जब इनको दौड़ाया तो निर्माणाधीन घरों से पत्थर फेंके जाने लगे। इसके बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागकर इनको भगाया। फिर अलग-अलग जगह से 400-500 लोग अाए और थाने में गाड़ियों पर पथराव किया। साथ ही थाने में खड़ी वैन में आग लगा दी। पुलिस के लाठीचाजर्ज करने पर वे भागे। जब डीएम और एसपी स्थिति को नियंत्रण में कर रहे तो एक घर से फायरिंग हुई। इसमें कांस्टेबल को गोली लगी है। वह खतरे से बाहर है। जवाबी फायरिंग में दो-तीन लोग घायल हुए हैं। उनको अस्पताल में भेजा गया है। इसमें एसओ नहाटौर समेत 8-9 पुलिसकर्मी घायल हैं। केवल दंगाइयों की पहचान कर उनको पकड़ा जाएगा। मीडिया से भी फुटेज मांगकर आरोपियों की पहचान की जा रही है। किसी भी निर्दोष को नहीं पकड़ा जाएगा।
Updated on:
21 Dec 2019 11:01 am
Published on:
21 Dec 2019 10:59 am
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