
बिजनौर। पट्टे की जमीन को लेकर बिजनौर में रात में प्रशासन की तरफ से कार्रवाई किए जाने से नाराज होकर दलित समाज के लोगों ने आज कलेक्ट्रेट में नारेबाजी की। समाज के लोगों ने रात में अचानक से प्रशासनिक और पुलिस द्वारा की कार्रवाई को गलत बताते हुए सख्त एक्शन लिए जाने को लेकर प्रदर्शन किया। आरोप है कि रात में अधिकारियों ने दलित समाज के लोगों का उत्पीडन करते हुए अभदता की। समाज के लोगों ने अपनी मांगो के संबंध में डीएम को ज्ञापन सौंपते हुए स्पष्ट किया कि अगर अधिकारियों पर गाज नहीं गिरी तो वो धर्म परिवर्तन कर लेगें।
क्या है पूरा मामला
किरतपुर थाना क्षेत्र के पाडला गांव के रहने वाले सैकड़ो परिवार को सरकार की तऱफ से पट्टे की जमीन दी गई थी। इन जमीनों पर गरीब तबके के लोग मकान बनवा रहे थे। लेकिन रात में विहिप और हिंदू युवा वाहिनी संगठन के कार्यकर्ताओं के साथ में कानूगो, लेखपाल और दरोगा पहुंचे। उन्होने घरों में घुसकर बच्चों व महिलाओं के साथ में अभदता करते हुए निर्माण को हटवा दिया। लोगों का आरोप है कि उन्हे सरकार की धमकी देते हुए कहा गया कि इस तरीके का कोई निर्माण नहीं ककराया जाएगा। जबकि उनके पास में जमीन के खसरे और खतौनी की कॉपी भी है।
दलित समाज के नेता का कहना
दलित समाज के नेता राजाराम का कहना है कि प्रदर्शन करने वाले सभी पाडला गांव के रहने वाले है। सरकार की तऱफ से गरीबों के उत्थान को देखते हुए पट्टे की जमीन मुहैया कराई गई थी। सभी के पास में इनकी खसरा और खतौनी है। लेकिन कुछ समाज के लोगों के साथ में मिलकर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी गलत कारवाई कर रहे है। अगर प्रशासन और पुलिस को इस पर आपत्ति थी तो सभी दिन में आकर इसका विरोध करते। रात में दलित परिवार के लोगों के साथ में अभदता की गई। इसलिए इन सभी के खिलाफ सख्त कारवाई की जानी चाहिए।
Published on:
06 Jan 2018 04:47 pm
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