नगीना का सांसद कौन बनेगा इसका पता तो 4 जून को पता चलेगा। आजाद समाज पार्टी के मुखिया चंद्रशेखर आजाद के नगीना सीट पर खुद उतर जाने के बाद प्रदेश की चर्चित सीटों में शामिल हुई नगीना सीट पर मतगणना के बाद क्या रुझान आया, यह जानने के लिए दूर-दूर से लोग अपने नगीना में रहने वाले परिचितों को फोन कर जानकारी जुटा रहे हैं।
मतदान के दिन नगीना की जनता ने किसी एक पार्टी के प्रत्याशी के पक्ष में सर्वाधिक मतदान किया या जनता का मूड बंटा-बंटा रहा, इस बारे में कोई राजनीतिक जानकार पक्का दावा नहीं कर पा रहा है। एक तरफ जहां भाजपा समर्थक मुस्लिम व दलित वोटों में बंटवारा होने का दावा करते हुए अपनी जीत के प्रति आश्वस्त दिख रहे हैं, वही आसपा के समर्थक अपनी जीत से कम कुछ भी मानने को तैयार नहीं हो रहे हैं।
नगीना सीट का परिणाम विभिन्न पार्टियों के कई दिग्गज नेताओं के राजनीतिक भविष्य को भी तय करेगा। एक तरफ चुनाव परिणाम पर जहां समाजवादी पार्टी के नगीना व नजीबाबाद सीट से तीन-तीन बार के विजेता विधायक मनोज पारस व तस्लीम अहमद की प्रतिष्ठा दाव पर लगी है, वहीं भाजपा प्रत्याशी व नहटौर विधानसभा सीट से तीन बार के विधायक ओम कुमार का राजनीतिक भविष्य भी इस चुनाव परिणाम पर बहुत कुछ निर्भर करेगा।