
VIDEO: तीन सदस्यीय टीम ने आरटीओ आफिस पर मारा छापा, ऑफिस में मचा हड़कंप
बिजनौर। वाहनों के फर्जी रजिस्ट्रेशन को लेकर मेरठ के किठौर थाना की पुलिस ने हाल फिलहाल में एक मुकदमा दर्ज कराया था। इस मुकदमे में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के संभागीय परिवहन कार्यालय में भी फर्जी वाहनों के रजिस्ट्रेशन को लेकर मुकदमा दर्ज कराया गया था। बार-बार शिकायतों के बाद इस फर्जी रजिस्ट्रेशन को लेकर मुरादाबाद आरटीओ सहित 3 सदस्यीय टीम ने बुधवार की देर शाम बिजनौर परिवहन विभाग पहुंचकर फर्जीवाड़ा से जुड़े रिकॉर्ड खंगाले। इस जांच के दौरान विभाग के दो बाबू फरार बताए गए और एआरटीओ प्रशासन छुट्टी पर बताए गए। जिसके बाद जांच टीम जांच के सभी दस्तावेज अपने साथ ले गई है।
आरटीओ मुरादाबाद आरआर सोनी, आरटीओ कमल गुप्ता परिवर्तन व एआरटीओ टेक्निकल मुरादाबाद शिव शंकर सिंह ने बिजनौर परिवहन दफ्तर पहुंचकर मेरठ के किठौर थाने में पुलिस द्वारा फर्जी वाहनों के रजिस्ट्रेशन को लेकर कार्यालय के दस्तावेज को खंगाला। इसके बाद बिजनौर में 18 वाहनों की आरसी का रजिस्ट्रेशन करने का मामला सामने आया।इस रजिस्ट्रेशन में दूसरे स्टेट के वाहनों को फर्जी तरीके से बिजनौर आरटीओ आफिस में रजिस्ट्रेशन करने का मामला प्रकाश में आया है। कुल 18 वाहनों के आरसी रजिस्ट्रेशन का मामला सामने आया है। जिसमे जांच करने आई टीम को 18 में से 15 फ़ाइल गायब मिली।
उधर इस फर्जीवाड़ा में 2 बाबू निहाल सिंह और किशोर कुमार सहित एआरटीओ प्रशासन आलोक कुमार का नाम सामने आया है। जांच टीम के सदस्य के आरटीओ आर आर सोनी ने बताया कि डिप्टी कमिश्नर ट्रांसपोर्ट के द्वारा उनकी टीम को इस प्रकरण की जांच सौंपी गई है। इस प्रकरण से जुड़े दोनों बाबू कार्यलय से फरार है। हालाकि एआरटीओ ने मिलने की बात कही है। वहीं जांच टीम ने कहा कि हम अपनी जांच रिपोर्ट विभाग को सौप देंगे। प्रथमद्रष्टया इस फर्जीवाड़ा में दोनों बाबू संलिप्त है। जबकि एआरटीओ प्रशासन बिजनौर से इस बारे में अभी कोई बातचीत अभी तक नही हो सकी है।
Published on:
04 Jul 2019 10:58 am
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