दस दिन की सुरक्षा गार्ड की नौकरी जांच अधिकारी खिडिय़ा के मुताबिक हनी ट्रेस के इस मामले का खुलासा करने के पिछले कई महीनों से जांच.पड़ताल कर रहे थे। अब इनके बारे में ग्रेटर नोएडा में होने का पता चला। इस पर पिछले दस दिन से पुलिस टीम के साथ वहां डेरा डाले हुए थे। आरोपी जिस कॉलोनी में रह रहा था वहां पर सुरक्षा गार्ड की नौकरी की। इसके बाद उसकी हर गतिविधि पर निगरानी रखकर मंगलवार को दबोच लिया।
आलीशान मकान, चारों पर लोहे की एंगलें
जांच अधिकारी ने बताया कि आरोपीण्ण्ण्ने नोएडा की पॉश कॉलोनी स्थित आलीशान मकान में रह रहा था। घर के चारों तरफ 15.20 फीट की लोहे की एंगलें लगा रखी है ताकि कोई घर में प्रवेश नहीं कर सके। घर में सुरक्षा के लिहाज से कैमरे लगे हुए थे।
जांच अधिकारी ने बताया कि आरोपीण्ण्ण्ने नोएडा की पॉश कॉलोनी स्थित आलीशान मकान में रह रहा था। घर के चारों तरफ 15.20 फीट की लोहे की एंगलें लगा रखी है ताकि कोई घर में प्रवेश नहीं कर सके। घर में सुरक्षा के लिहाज से कैमरे लगे हुए थे।
विंडो एसी को तोड़कर घुसे घर में जांच अधिकारी खिडिय़ा ने बताया आरोपी के घर में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त सख्त होने के कारण पुलिस टीम दस दिन तक घर में प्रवेश नहीं कर सकी। मंगलवार को पुलिस टीम ने आरोपी घर में लगी एक विंडो एसी को तोड़ कर प्रवेश किया।
यह है मामला बीकानेर निवासी सरकारी सेवा ने रिटायर ग्वालदास की सोशल मीडिया पर युवती से जान.पहचान हुई है। तब एक दिन उसने फोन पर कहा कि वह भारत आई हैए यहां दिल्ली में एयरपोर्ट पर रोक लिया है। वह अपने साथ कुछ विदेशी करेंसी और गिफ्ट लाई है। अब उसकी एवज में भारतीय मुद्रा जमा कराने का कह रहे है। तब उसने धोखे में रखकर दो तीन बार में छह लाख से अधिक की राशि अपने एकाउंट में डलवा लीए बाद में पता चला कि उसके साथ धोखाधड़ी हुई है। इस पर उसने नयाशहर थाने में मामला दर्ज कराया।