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…जब अमित शाह ने कुछ पूछा और बगलें झाकने लगे मंत्री

इस दौरान एक समय बड़ी ही असहज सी स्थिति भी पैदा हुई, जब अमित शाह ने कुछ जानकारी मंत्रियों से चाही और मंत्री जानकारी के अभाव में इधर उधर ताकने लगे। इस पर शाह खासे नाराज नजर आए।

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...जब अमित शाह ने कुछ पूछा और बगलें झाकने लगे मंत्री

...जब अमित शाह ने कुछ पूछा और बगलें झाकने लगे मंत्री

बीकानेर में संवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने भाजपा कार्यकर्ताओं को जीत के तीन मंत्रों के बारे में बताया। हालांकि, इस दौरान एक समय बड़ी ही असहज सी स्थिति भी पैदा हुई, जब अमित शाह ने कुछ जानकारी मंत्रियों से चाही और मंत्री जानकारी के अभाव में इधर उधर ताकने लगे। इस पर शाह खासे नाराज नजर आए।

1. पावर ऑफ वर्कर : भाजपा के पास कार्यकर्ताओं की फौज है। एक कार्यकर्ता तीन नए कार्यकर्ता जोड़ लेता है तो लोकसभा चुनाव में 400 से ज्यादा सीटों पर पार्टी जीत दर्ज कर लेगी। मैं पार्टी के कार्यक्रमों में पानी का जग लेकर पीछे खड़ा रहा हूं। तभी आज मंच पर सामने बैठा हूं। जो मेहनत करता है, उसे प्रतिफल जरूर मिलता है। शाह दोपहर 12.30 बजे बैठक स्थल पहुंचे और 1.30 बजे बैठक का समापन हुआ। इसके बाद दस मिनट कार्यकर्ताओं के बीच आकर उनसे मिले और बातचीत की।2. सोशल इंजीनियरिंग : विधानसभा चुनाव के दौरान कुम्हार समाज में नाराजगी का उदाहरण देकर समझाया कि पार्टी के सभी लोगों ने मिलकर उनकी नाराजगी दूर की। इसी तरह अब लोकसभा चुनाव में भी यदि कोई समुदाय या समूह विशेष में कोई नाराजगी है तो उसे दूर करना है। किसी को नाराज नहीं करना है। नोखा विधानसभा सीट को भी लोकसभा में बड़े अंतर से जीतने की बात कही।

3. प्रबंधन का पाठ : लोकसभा क्षेत्र प्रभारी और राजस्थान सरकार के मंत्रियों को मंच के नीचे एक कतार में खड़ा कर शिक्षक-छात्र शैली में चुनावी प्रबंधन का पाठ पढा़या। कहा कि आपको दिन-रात काम करना है। मैं रात 12 बजे भी आपको कॉल कर जानकारी लूंगा।

निरुत्तर मंत्रियों पर नाराज हुए शाह बोले- संवाद के बाद यहीं पर बैठक कर जाएंगेगृह मंत्री ने राजस्थान सरकार के तीन मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर (बीकानेर लोकसभा प्रभारी), सुमित गोदारा (श्रीगंगानगर लोकसभा प्रभारी) और अविनाश गहलोत (चूरू लोकसभा प्रभारी) को एक साथ खड़े कर चुनावी तैयारियों पर सवाल पूछे। लोकसभा क्षेत्र में विधानसभा क्षेत्रवार समितियां गठित हुई या नहीं तथा अब तक कितनी बैठकें और दौरे करने की जानकारी चाही।तीनों ही मंत्री इस पर कुछ देर निरुत्तर रहे। फिर दो मंत्रियों ने कहा कि उन्हें लोकसभा का प्रभार अभी थोडे़ समय पहले ही सौंपा गया है। अब काम शुरू करेंगे। इस पर शाह के चेहरे पर थोड़ी नाराजगी का भाव भी दिखा। उन्होंने कहा कि अभी से जुट जाओ और यह संवाद समाप्त होने के बाद अपने-अपने लोकसभा क्षेत्र की यहीं पर ही बैठक करके जाएंगे।

12 लोगों से किया सवाल-जवाब शैली में संवाद

गृहमंत्री शाह के साथ मंच पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, केन्द्रीय कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल, मंत्री सुमित गोदारा, क्लस्टर प्रभारी सतीश पूनिया, राजेन्द्र राठौड़ भी मौजूद रहे। कानून मंत्री मेघवाल ने शाह का स्वागत किया। इसके बाद शाह ने कुल 12 नेताओं से सवाल-जवाब शैली में संवाद किया। इनमें तीनों लोकसभा क्षेत्रों के प्रभारी (तीनों मंत्री), श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू और बीकानेर शहर व देहात के जिलाध्यक्षों, लोकसभा चुनाव प्रबंधन समिति के पदाधिकारियों से संवाद किया।