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Bikaner : जर्मनी में भारतीय लोक संस्कृति की छटा

बीकानेर.जर्मनी के शहर रोइटलिंगेन में भारतीय लोक संस्कृति की छटा बिखरी। लोक गीत और पारंपरिक नृत्यों के आयोजन हुए। बीकानेर सहित देश के विभिन्न प्रांतों के निवासियों ने कार्यक्रम में मनमोहक प्रस्तुतियां दी।  

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Bikaner : जर्मनी में भारतीय लोक संस्कृति की छटा

Bikaner : जर्मनी में भारतीय लोक संस्कृति की छटा

बीकानेर.जर्मनी के शहर रोइटलिंगेन में भारतीय लोक संस्कृति की छटा बिखरी। लोक गीत और पारंपरिक नृत्यों के आयोजन हुए। बीकानेर सहित देश के विभिन्न प्रांतों के निवासियों ने कार्यक्रम में मनमोहक प्रस्तुतियां दी।

आयोजन से जुड़े बीकानेर निवासी जसवंत सिंह व डिंपल राजपुरोहित ने बताया कि आराभी, सोहित, आराध्या, मोली, रेयांश व आरव ने गणेश वंदना की। राधिका व याधवी ने भरत नाट्यम की मनमोहक प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में शामिल हुए देश के विभिन्न प्रांतों के निवासियों ने भरत नाट्यम, कथक, राजस्थानी घूमर, सांस्कृतिक गायन, तबला वादन आदि पारंपरिक लोक कलाओं की प्रस्तुतियां दी। विभिन्न खेलकूद प्रतियोगिता हुई।

अरुणभ, इति, राजा, नैन्सी ने विभिन्न व्यवस्थाओं में सहयोग किया। मुख्य अतिथि पंडित गिरिश गोस्वामी थे। इस दौरान उपिस्थत भारतीयों ने आगामी समय में त्यौहारों को पारंपरिक रीति-रिवाज और उल्लासपूर्वक मनाने का निर्णय लिया।

पथ संचलन और शस्त्र पूजन के होंगे बड़े आयोजन

बीकानेर. विधानसभा चुनाव की रणभेरी बजने वाली है। जहां एक तरफ रामलीलाओं का मंचन देखने और रावण दहन के दशहरा उत्सव में लोग शामिल होंगे, वहीं दूसरी तरफ चुनाव मैदान में घमासान की शुरुआत हो जाएगी। इस बीच राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सालाना दो बड़े आयोजन होने हैं। जो इस बार ऐतिहासिक बनाने के लिए संघ ने अंदरखाने तैयारियां शुरू कर दी है।

सूत्रों के मुताबिक संघ की आंतरिक बैठक में दशहरा पर्व पर शस्त्र पूजन और पथ संचलन के आयोजन को इस बार बड़े स्तर पर किया जाएगा। इस बार संघ के मंडल स्तर पर पथ संचलन के आयोजन होंगे। साथ ही शस्त्र पूजन का कार्यक्रम भी इस बार शहर से लेकर ब्लॉक तक में होंगे। यह कार्यक्रम भी एक जगह सामूहिक करने की जगह संघ के मंडलों में अलग-अलग किए जाएंगे। इसके माध्यम से संघ अपने स्वयं सेवकों और विश्व हिन्दू परिषद की विचारधारा के लोगों में एकजुटता का संदेश भी देगा।