बीछवाल पुलिस के अनुसार मंगलवार शाम ७:३० बजे से ८:२० बजे तक केन्द्रीय कारागार में जांच की गई। जांच दल ने वार्ड नंबर दस की बैरक नंबर ३७ में टंगी पैंट से की-पैड मोबाइल, बैटरी एवं टीवी के नीचे लकड़ी की रैक के पीछे से दो चार्जर बमराद किए। बैरक में निरुद्ध विचाराधीन बंदी श्रीगंगानगर के रावला निवासी सुरेश पुत्र धर्माराम उर्फ धर्मराज बिश्नोई के मुंह में से मोबाइल सिम बरामद की तथा कचरे के डिब्बे से एक और सिम बरामद की गई।
वार्ड नंबर ११ की बैरक नंबर ४१ से एक डिब्बे में से एक की-पैड मोबाइल व सिम बरामद की गई। वार्ड नंबर ११ की बैरक नंबर ४२ में कम्बल व कपड़ों में दबाकर रखा मोबाइल व सिम मिली। जांच दल में कारापाल अल्लादीन, कार्यवाहक महामुख्य प्रहरी सुरेश कुमार, ड्यूटी प्रहरी लक्ष्मणसिंह, संजीव आदि शामिल थे।
सुरक्षा पर सवाल
जेल में सप्ताहभार से मोबाइल चालू हालत में मिल रहे हैं। इससे लगता है कि जेल में बड़े स्तर पर खेल चल रहा है। बंदियों से कर्मचारियों की मिलीभगत से इनकार नहीं किया जा सकता। बंदी जेल में बैठे मोबाइल का इस्तेमाल कर रहे हैं। एेसे में जेल प्रशासन की त्रिस्तरीय सुरक्षा जांच प्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं।
जेल में सप्ताहभार से मोबाइल चालू हालत में मिल रहे हैं। इससे लगता है कि जेल में बड़े स्तर पर खेल चल रहा है। बंदियों से कर्मचारियों की मिलीभगत से इनकार नहीं किया जा सकता। बंदी जेल में बैठे मोबाइल का इस्तेमाल कर रहे हैं। एेसे में जेल प्रशासन की त्रिस्तरीय सुरक्षा जांच प्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं।