6 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

नृसिंह चतुर्दशी आज

- लॉकडाउन की होगी पालना : पुजारी करेंगे अभिषेक, नहीं लगेंगे मेले  

2 min read
Google source verification
नृसिंह चतुर्दशी आज, मंदिरों में प्रतीकात्मक रूप से होगी लीला

नृसिंह चतुर्दशी आज

बीकानेर. अधर्म पर धर्म की जीत का पर्व नृसिंह चतुर्दशी बुधवार को मनाया जाएगा। नृसिंह मंदिरों में भगवान का पंचामृत से पूजन किया जाएगा। मंदिर में ही पूजा-अर्चना होगी। प्रतीकात्मक रूप से ही हिरण्यकश्यप-नृसिंह भगवान की लीला (अवतार) मंदिर में ही होगी। इस बार लॉकडाउन की पालना में कही भी नृसिंह भगवान का मेला नहीं भरेगा। हर साल इस पर्व पर शहर में कई स्थानों पर मेले भरते थे। इसकी तैयारियां एक पखवाड़े पहले ही शुरू हो जाती थी।

बीकानेर में लखोटिया चौक, डागा चौक में नृसिंह भगवान के प्राचीन मंदिर हैं। इसके अलावा लालाणी व्यासों का चौक, नत्थूसर गेट, दुजारियों की गली, नत्थूसरबास, जस्सूसर सहित कई क्षेत्रों में छोटे-बड़े मेले लगते हैं। वहां हिरण्यकश्यप व नृसिंह भगवान की लीला की सजीव झांकी निकलती हैं, इस बार ये आयोजन नहीं होंगे।

होगी प्रतीकात्मक लीला

डागा चौक स्थित प्राचीन नृसिंह मंदिर के पुजारी मनोज पांडिया ने बताया कि इस बार मंदिर के अंदर दिनभर पूजा-पाठ, मंत्र ध्यान, शृंगार आदि किया जाएगा। सुबह चार बजे अभिषेक-पूजन होगा। इसके बाद दोपहर 12 बजे पंचामृत से नृसिंह भगवान का अभिषेक किया जाएगा। इसमें सोशल डिस्टेंस की पालना की जाएगी। चौक में इस बार मेला नहीं भरेगा। मंदिर के अंदर ही तीन पात्र भक्त प्रहलाद, नृसिंह भगवान व हिरण्यकश्यप का स्वरूप धरने वाले एवं दो पुजारियों सहित पांच लोगों की भागीदारी में नृसिंह भगवान और हिरण्यकश्यप के मुखौटे लगाकर प्रतीकात्मक रूप से अवतार की लीला की जाएगी। इसमें दर्शनार्थियों का प्रवेश वर्जित रहेगा। मंदिर के मुख्य प्रवेशद्वार नहीं खुलेंगे।

यहां मुखौटों को ही रखा जाएगा

लखोटिया चौक के नृसिंह मंदिर में भी सुबह पुजारी पूजन करेंगे। शाम को प्रतीकात्मक रूप से अवतार लीला होगी। मंदिर श्री नृसिंह लखोटियान प्रन्यास ट्रस्ट के सचिव बलभद्र व्यास ने बताया कि निजी मंदिर में पूजा-पाठ किए जाएंगे। साथ ही हिरण्यकश्यप, नृसिंह भगवान के मुखौटों को प्रतीक रूप में आमने-सामने रखकर शाम 7:45 बजे अवतार की लीला की जाएगी। इसके बाद आरती होगी। वहीं दुजारियों की गली स्थित हनुमान मंदिर में इस बार महज मुखौटों की पूजा-अर्चना की जाएगी। मेला नहीं भरेगा। इसके अलावा लालाणी व्यासों के चौक स्थित नृसिंह मंदिर, नत्थूसर गेट आदि क्षेत्रों में भी प्रतीक स्वरूप से ही नृसिंह चतुर्दशी मनाई जाएगी।