एक साल पहले एक अभियुक्त का हुआ निधन
हत्या के मामले के अभियुक्त धन्नाराम मृतक के ताऊ का बेटा था। धन्नाराम की करीब एक साल पहले ही मौत हुई है। न्यायालय का सजा का फैसला अभियुक्त के मरने के बाद आया है।
मुझे न्याय पालिका पर पूरा भरोसा था
मृतक के दत्तक पुत्र अमित ने कहा कि उसे व उसके परिवार को देश की न्याय पालिका पर पूरा भरोसा था। दस साल के बाद हमें न्याय मिला। मेरे पिता के हत्यारों को सजा मिली, उनकी आत्मा को अब शांति मिलेगी। न्याय पालिका को बार-बार प्रणाम करता हूं।
न्यायालय परिसर में खुशी व गम का माहौल
आसुराम हत्याकांड को लेकर सोमवार को न्यायालय संख्या सात में फैसला सुनाया जाना था। न्यायालय परिसर में परिवादी पक्ष व अभियुक्त व उनके परिजन भी मौजूद थे। न्यायधीश ने जैसे फैसला सुनाया परिवादी पक्ष के चेहरे पर खुशी छा गई जबकि अभियुक्तों के चेहरे उतर गए। उनकी आंखो से आंसु छलक पड़े।
यह है मामला
गंगाशहर थाना क्षेत्र के किश्मीदेसर निवासी आसुराम पुत्र प्रभुराम गहलोत सात दिसंबर-2012 की शाम साढ़े सात बजे खेत से घर आ रहा था। तब रामदेव नगर में रांका भवन के पास पहले से घात लगाए बैठे आरोपियों ने आसुराम की चाकू व गुप्ती घोप कर हत्या कर दी थी। वारदात के समय मृतक की मां भी साथ थी। बीच-बचाव करने के दौरान वह भी घायल हुई थी। वारदात के बाद आरोपी फरार हो गए थे। मृतक के दत्तक पुत्र अमित गहलोत की ओर से गंगाशहर थाने में हत्या का मामला दर्ज कराया गया था।10:01 AM