
बीकानेर राजकीय मुद्रणालय फिर से होगा शुरू
बीकानेर. बीकानेर का राजकीय मुद्रणालय फिर से शुरू होगा। करीब 31 महिनों से बंद चल रहे इस मुद्रणालय को फिर से चालू करने का निर्णय राज्य सरकार ने लिया है। मुद्रण एवं लेखन सामग्री विभाग की ओर से बीकानेर मुद्रणालय को पुन: चालू करने का निर्णय लिया गया है। इस बंद राजकीय मुद्रणालय को चालू करने के निर्णय पर राज्य के ऊर्जा मंत्री डॉ. बी डी कल्ला ने मुख्यमंत्री का आभार जताया है। बीकानेर मुद्रणालय के पुन: शुरू होने से यहां पूर्व में पदस्थापित ऐसे कार्मिक जिनका अन्यत्र स्थानान्तरण कर दिया गया था उन्हे प्रतिनियुक्ति पर दूसरे स्थानों पर भेज दिया गया था उन कार्मिकों को वापस अपने मूल स्थान पर लौटकर कार्य करने का अवसर मिलेगा। मुद्रणालय की मशीनों को भी पूर्व की स्थिति में लाया जाएगा।
42 कर्मचारी थे पदस्थापित
फरवरी 2018 में जिस समय राजकीय मुद्रणालय को बंद करने का निर्णय राज्य सरकार ने लिया था उस समय मुद्रणालय में 42 कर्मचारी कार्यरत थे। राजकीय मुद्रणालय कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के अध्यक्ष प्रेम रतन जोशी के अनुसार कुछ कर्मचारियों को अभिलेखागार विभाग, कुछ कर्मचारियों को कलक्टर कार्यालय और कई कर्मचारियों को जोधपुर और जयपुर मुद्रणालय में प्रतिनियुक्ति पर भेज दिया गया था। 11 कर्मचारियों ने न्यायालय से स्थगन प्राप्त कर लिया था।
कर्मचारियों ने जताई प्रसन्नता
बीकानेर राजकीय मुद्रणालय के फिर से शुरू करने के राज्य सरकार के निर्णय पर मुद्रणालय में कार्यरत कर्मचारियों ने प्रसन्नता व्यक्त की है। संघर्ष समिति अध्यक्ष प्रेम रतन जोशी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और ऊर्जा मंत्री डॉ. बी डी कल्ला का आभार व्यक्त किया है। जोशी के अनुसार प्रेस के बंद होने पर डॉ. बी डी कल्ला ने इसको शुरू करने के लिए हर संभव प्रयास करने का वादा किया था और प्रदेश में उनकी पार्टी की सरकार बनने पर डॉ. कल्ला ने इस वादे को पूरा किया है। राजकीय मुद्रणालय में कार्यरत कर्मचारी भूपेश पारीक, नरेन्द्र टाक, उमेश बिस्सा, जुगल किशोर सिंह, रामसिंह आदि ने मुद्रणालय को फिर से शुरू करने के सरकार के निर्णय पर प्रसन्नता जताई है।
Published on:
27 Sept 2020 11:00 pm
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