रविवार रात को घरवाले सो गए तब मूलीदेवी ने खुद पर केरोसिन छिड़कर आग लगा ली, जिससे वह ९० प्रतिशत से अधिक झुलस गई। शोर मचाने पर घर वालों ने उस पर कंबल डालकर आग बुझाई। उसे गंभीर हालत में पीबीएम अस्पताल लेकर आए, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। परिजनों ने उसकी मौत के संबंध में कोई पुलिस कार्रवाई नहीं करवाई और शव बिना पोस्टमार्टम कराए ही ले गए।
पहले भी कर चुकी थी आत्महत्या का प्रयास पुलिस को परिजनों ने बताया कि मूलीदेवी पूर्व में भी आत्महत्या की कोशिश कर चुकी थी। एक बार उसने घर के कमरे में फांसी का फंदा बनाकर झूल गई लेकिन तब परिजनों ने उसे किसी तरह बचा लिया। इसी प्रकार एक बार वृद्धा ने जहर पीने की कोशिश भी की थी तब भी परिजनों ने उसे बचा लिया। लेकिन रविवार रात को वृद्धा ने स्वयं पर केरोसिन डाल कर आग लगा ली जिससे उसकी मौ हो गई।