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न हो रही जनरल सर्जरी, ना सिजेरियन प्रसव

ग्रामीणों की भी सुनो सरकार - जिले की 18 सीएचसी में से 17 में कनिष्ठ विशेषज्ञ सर्जन नहींसिजेरियन प्रसव के लिए गर्भवती महिलाओं को आना पड़ रहा बीकानेर शहर

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न हो रही जनरल सर्जरी, ना सिजेरियन प्रसव

न हो रही जनरल सर्जरी, ना सिजेरियन प्रसव

बीकानेर. जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति बदहाल है। एनआरएचएम सहित कई अन्य योजनाओं के संचालित होने के बाद भी ग्रामीणों को विशेषज्ञ चिकित्सकीय सेवाओं का लाभ नहीं मिल रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित हो रहे सब सेंटर और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तो दूर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर भी मरीजों को पुख्ता चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ नहीं मिल रहा है।

जनरल सर्जरी तक के लिए ग्रामीणों को 50 से 100 किलोमीटर चलकर बीकानेर शहर आना पड़ रहा है। यहीं नहीं जिले की एक सीएचसी को छोड़ दिया जाए तो शेष में सिजेरियन डिलिवरी तक के लिए सर्जन नहीं है। यही स्थिति एनेस्थिसिया चिकित्सकों की है। 18 सीएचसी में से महज चार में ही पद स्वीकृत है। जिले में 18 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों का संचालन हो रहा है। सभी में सर्जन का एक-एक पद स्वीकृत है, लेकिन 17 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर कनिष्ठ विशेषज्ञ सर्जन नियुक्त नहीं है। ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को सीएचसी पर भी सर्जरी चिकित्सा का लाभ नहीं मिल रहा है।

17 सीएचसी में सर्जन नहीं
ग्रामीण क्षेत्रों में चल रही स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली का आलम यह है कि 18 में से 17 सीएचसी में सर्जन नहीं है। बताया जा रहा है कि सीएचसी श्रीडूंगरगढ़ में सर्जन चिकित्सक की सेवाएं उपलब्ध है। वहीं देशनोक व लूणकरनसर में पदस्थापित सर्जन एस आर प्रशिक्षण के लिए मेडिकल कॉलेज में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे है।

सिजेरियन डिलिवरी की सुविधा नहीं
सीएचसी पर सिजेरियन डिलिवरी की सुविधा गर्भवती महिलाओं को नहीं मिल रही है। यहां पहुंचने वाली महिलाओं को बीकानेर शहर रैफर किया जा रहा है। परिवारजन भी सिजेरियन डिलिवरी की स्थिति में गर्भवती महिलाओं को बेहतर चिकित्सा सुविधा के लिए मजबूरी में शहर ला रहे है। बताया जा रहा है कि सिजेरियन डिलिवरी के लिए अस्पताल में गायनी, सर्जरी, शिशु और एनेस्थेसिया चिकित्सकों की जरुरत रहती है। अधिकतर सीएचसी पर इनमें से एक भी चिकित्सक पदस्थापित नहीं है।

14 सीएचसी में एनेस्थेसिया के पद ही स्वीकृत नहीं
जिले में संचालित हो रही 18 सीएचसी में से 14 में एनेस्थेसिया चिकित्सकों के पद ही स्वीकृत नहीं है। श्रीडूंगरगढ़, नोखा, कोलायत और देशनोक सीएचसी में ही कनिष्ठ विशेषज्ञ एनेस्थेसिया के पद स्वीकृत है। इनमें से देशनोक सीएचसी में यह पद रिक्त चल रहा है। केवल तीन सीएचसी में एनेस्थेसिया चिकित्सक नियुक्त है।