
पहला प्रदेश जहां एक साथ साठ हजार स्कूलों में शतरंज की होगी शुरुआत
शिक्षा मंत्री डाॅ. बीडी कल्ला ने शनिवार को कहा कि राजस्थान पहला प्रदेश बनने जा रहा है, जहां पर एक साथ 60 हजार से ज्यादा सरकारी स्कूलों में शतरंज खेल शुरू किया जाएगा। इससे बच्चों में मोबाइल की बढ़ रही लत में कमी आएगी। साथ ही उनका मानसिक विकास भी होगा। इसके लिए शतरंज को स्कूली खेलकूद प्रतियोगिता में भी शामिल कर लिया गया है। शिक्षा मंत्री ने पत्रकार वार्ता में कहा कि बच्चों में बढ़ते तनाव को दूर करने के लिए बालदिवस पर 14 नवम्बर को स्कूलों में शतरंज के खेल की शुरुआत की जाएगी। महीने के तीसरे शनिवार को नो बैग डे के दौरान यह खेल आयोजित होगा। योजना शुरू करने के बाद इंदिरा गांधी की जयंती 19 नवम्बर को ऐसा पहला शनिवार आएगा। इसी दिन पूरे प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शतरंज खेला जाएगा। डॉ. कल्ला ने कहा कि शतरंज मनोरंजन के साथ अनुशासन एवं एकाग्रता का विकास करता है। बच्चा धैर्यशील भी बनेगा। आने वाले समय में कई ग्रैंड मास्टर्स प्रदेश देगा। उन्होंने बताया कि 6 से 8 नवम्बर तक जिला स्तरीय स्कूली खेलकूद और 14 नवम्बर को राज्य स्तरीय खेलकूद में इस बार से शतरंज भी शामिल है। शिक्षा मंत्री ने पत्रकार वार्ता में कहा कि बच्चों में बढ़ते तनाव को दूर करने के लिए बालदिवस पर 14 नवम्बर को स्कूलों में शतरंज के खेल की शुरुआत की जाएगी। महीने के तीसरे शनिवार को नो बैग डे के दौरान यह खेल आयोजित होगा। योजना शुरू करने के बाद इंदिरा गांधी की जयंती 19 नवम्बर को ऐसा पहला शनिवार आएगा।पत्रकार वार्ता में शिक्षा निदेशक गौरव अग्रवाल और शतरंज कोच शंकरलाल हर्ष भी मौजूद रहे।
Published on:
06 Nov 2022 12:16 pm
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