
महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय
बीकानेर. महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय आगामी सत्र से कॉलेजों की ग्रेडिंग तय करेगा। शैक्षणिक गुणवत्ता व अन्य निर्धारित मापदण्डों के अनुरूप विश्वविद्यालय से संबद्ध 390 कॉलेजों की ग्रेडिंग तय होगी। कुलपति प्रो. भागीरथसिंह की पहल पर शैक्षणिक गुणवत्ता बनाए रखने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया गया है। पूरे राजस्थान में पहला विश्वविद्यालय है जो कि कॉलेजों की ग्रेडिंग तय करेगा।
प्रथम तीन कॉलेजों को दीक्षांत समारोह में गोल्ड मैडल से सम्मानित किया जाएगा। विश्वविद्यालय ने ग्रेड देने के लिए पांच मापदण्ड तय किए हैं। इसके आधार पर तीन सदस्यों की टीम कॉलेज में जाएगी। यह टीम दो दिन कॉलेज में रहकर गहन निरीक्षण करेगी तथा रिपोर्ट तैयार करेगी। यह कमेटी कॉलेज को भी अपना पक्ष रखने का मौका देगी। उसके बाद अंतिम रूप से निर्णय लिया जाएगा।
विद्यार्थी तय कर सकेंगे प्राथमिकता
कई गांवों के विद्यार्थियों को प्रवेश लेने के लिए कॉलेज चुनने संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। अच्छे कॉलेज की पहचान नहीं कर पाते। ग्रेडिंग होने से विद्यार्थी प्रवेश लेने के लिए अच्छे कॉलेज का चुनाव कर सकेंगे। कई कॉलेजों में फीस भी बहुत ज्यादा है।
कॉलेजों में होगी स्वस्थ प्रतिस्पद्र्धा
ग्रेडिंग होने से कॉलेजों में आपसी स्वस्थ प्रतिस्पद्र्धा शुरू होगी। अधिक प्रवेश पाने के लिए शैक्षणिक व गैरशैक्षणिक गतिविधियों की गुणवत्ता बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा।
मात्र 60 कॉलेजों की बनी वेबसाइट
विश्वविद्यालय से संबद्ध 390 कॉलेजों में से सिर्फ 60 कॉलेजों की वेबसाइट बनी है। कुलपति ने इन महाविद्यालयों को 31 दिसंबर तक वेबसाइट बनाने का निर्देश दिया है। इन की वेबसाइट पर भी अपनी ग्रेडिंग दिखाई जाएगी।
ये हैं पांच मापदण्ड
1. शैक्षणिक गुणवत्ता- कॉलेज के तीन साल के रिजल्ट, विद्यार्थियों की मैरिट, कॉलेज के प्राचार्य व व्याख्याताओं की योग्यता, पुस्तकालय में पुस्तकों की स्थिति।
2. सहशैक्षणिक गतिविधियां- एनसीसी, स्काउट व खेल गतिविधियां।
3. सामाजिक उत्तरदायित्व- कॉलेज का उद्देश्य केवल व्यापार न हो। सामाजिक उत्तरदायित्व का निर्वाहन कर रहे है या नहीं।
4. राष्ट्रीय कार्यक्रम- केन्द्र सरकार के राष्ट्रीय योजना स्वच्छता अभियान, पौधरोपण, रक्तदान आदि है।
5. कैम्पस सिक्योरिटी- कॉलेज में विद्यार्थियों की सुरक्षा की जानकारी।
अभिनव प्रयोग
हर कॉलेज को ग्रेडिंग देने का यह अभिनव प्रयोग है। ग्रेडिंग के लिए कुछ पैरामीटर रखे गए है। ग्रेडिंग से छात्रों को पता चलेगा। इससे कुछ कॉलेज बंद हो जाएंगे और कुछ कॉलेज विकसित होंगे।
प्रो. भागीरथसिंह बिजारणियां, कुलपति, एमजीएसयू बीकानेर
Published on:
14 Oct 2017 10:28 am
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