
महाराजा गंगासिंह वि.वि. के तृतीय दीक्षांत समारोह में नवाचार, नए संकल्प और आश्वासनों के बीच 241 विद्यार्थियों को उपाधियां दी गई। इसमें से 148 विद्यार्थियों को डाक्टरेट एवं 89 स्वर्ण पदक प्रदान किए गए। दो-दो कुलाधिपति एवं कुलपति पदक दिए गए। दीक्षांत समारोह में उपाधियां एवं स्वर्ण पदक पाने वालों में छात्राएं आगे रही।

विवि को ग्रीन, क्लीन, स्मार्ट और विभिन्न विधाओं में प्रदेश का अग्रिम विवि बनाने का संकल्प जताया गया। वहीं सरकार की ओर से विवि की हर जरूरत को पूरा करने की मंशा जताई गई। समारोह में विवेकानंद के आदर्शों को युवा पीढ़ी की ओर से आत्मसात करने, भारतीय जीवन संस्कृति, संस्कार एवं चरित्र निर्माण की बात पुरजोर रूप से कही गई।

दीक्षांत समारोह के मंच से विद्यार्थियों को कहा गया कि पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल जे. कलाम का विजन विद्यार्थी चरित्रवान, संस्कारवान, योग्य एवं दक्ष बने तो देश विकसित राष्ट्र की श्रेणी में आ जाएगा। दीक्षांत परेड के साथ भव्य पंडाल में कुलपति डॉ. भगीरथ सिंह की अध्यक्षता में समारोह हुआ। मुख्य अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी एवं विशिष्ट अतिथि केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल रहे।

कुलपति ने दीक्षार्थियों को ज्ञान को बढ़ाते रहने, प्रमाद नहीं करने, देव-पितृ के प्रति कत्र्तव्यों का ध्यान रखने, माता-पिता गुरू का आदर करने, अन्दित कर्म का स्मरण रखने, सदाचार की उपासना करने, सबको प्रसन्नता देने, बात नम्रता से कहना का दीक्षा मंत्र दिया।

कुल सचिव भंवर सिंह चारण ने स्वागत भाषण एवं विवि का प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। समारोह में भाजपा विधायक डॉ. गोपाल जोशी, देहात अध्यक्ष सही राम दुसाद, शहर अध्यक्ष डॉ. सत्य प्रकाश आचार्य एवं पार्टी के पदाधिकारी शामिल थे।