
डेयरी बूथ की आड़ में बढ़ रहे ठेले
बीकानेर. शहर में डेयरी बूथ की आड़ में जगह-जगह सडक़ों के किनारे ठेलों की संख्या बढ़ रही है। इससे न केवल यातायात प्रभावित हो रहा है, बल्कि व्यवस्थित न होने से आमजन को भी परेशानी हो रही है। ठेलों के कारण कचरा और गंदगी भी बढ़ रही है। संबंधित विभागों और यातायात पुलिस की ओर से ध्यान नहीं दिए जानेे से अवैध रूप से लग रहे ठेलों से आमजन को परेशानी हो रही है। किसी एक स्थान पर अधिकृत रूप से डेयरी बूथ स्थापित होने के बाद इसके आस-पास चाय, नमकीन, ज्यूस, फल, सब्जी सहित विभिन्न प्रकार के ठेले-गाड़ों की संख्या बढऩी शुरू हो जाती है। अव्यवस्थित रूप से ठेले गाड़े लगने के बाद भी न नगर निगम ध्यान दे रहा है और ना ही नगर विकास न्यास।
व्यवस्थित रूप से लगे ठेले गाड़े
शहर में हजारों परिवारों का भरण पोषण ठेले गाड़ों के माध्यम से हो रहा है। ठेले गाडे रोजगार प्राप्त करने का मुख्य जरिया है। जिला प्रशासन, नगर विकास न्यास और नगर निगम को चाहिए, शहर में जहां कही भी ठेले गाडे लगते है, उनको निर्धारित प्रक्रिया और नियमानुसार व्यवस्थित रूप से लगवाने की योजना बनाए। इससे ठेले गाडों का संचालन करने वालों की रोजी रोटी पर असर नहीं पड़ेगा, वहीं दूसरी ओर यातायात, सफाई आदि की व्यवस्थाएं भी सुचारू बनी रहेगी।
यातायात अवरूद्ध, कचरा व गंदगी
जिन स्थानों पर डेयरी बूथों के पास बड़ी संख्या में ठेले गाडे लग चुके है, उनके अव्यवस्थित रूप से लगे होने के कारण दिन में कई बार यातायात अवरूद्ध होता है। लोग परेशान होते है। ठेले गाडों के कारण कचरा-गंदगी भी होती है। निगम प्रशासन को चाहिए कि वह एेसे स्थानों को चिह्नित कर दिन में दो बार कचरा संग्रहण की व्यवस्था शुरू करें ताकि स्वच्छता बनी रही।
150 डेयरी बूथों को एनओसी
उरमूल डेयरी की ओर से संचालित किए जा रहे डेयरी उत्पादों की बिक्री के केन्द्रों को नगर निगम की ओर से एनओसी जारी की जाती है। सडक़ मार्ग के पास डेयरी बूथ स्थापित करने पर निगम प्रतिमाह अनुसार किराया भी वसूलता है। बताया जा रहा है कि नगर निगम की ओर से शहरी क्षेत्रों में 150 बूथों को एनओसी जारी की हुई है। इनमें 119 एनओसी पुरानी है व हाल ही में 31 बूथों के लिए और एनओसी जारी की गई है।
Published on:
27 Aug 2021 08:18 pm
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