प्रशासन के अधिकारी मय पुलिस जाब्ते दोपहर 12.30 बजे कातर पहुंचे। तब व्यापारियों व अधिकारियों के बीच लम्बी वार्ता चली तथा व्यापारियों ने अतिक्रमण हटाने के लिए 60 दिन का समय मांगा लेकिन प्रशासन मात्र 30 दिन का समय देने को सहमत था। इस दौरान तहसीलदार की मध्यस्तता से 45 दिन में अतिक्रमण हटाने के लिए व्यापारी व प्रशासन सहमत हुए। इस दौरान तहसीलदार ओमप्रकाश वर्मा, सार्वजनिक विभाग के अधिशासी अभियंता पूर्णराम बुडानिया, बीदासर सहायक अभियंता विमल कुमार, यूडीसी अजीतसिंह सांडवा थानाधिकारी सुरेंद्र कुमार आदि मौजूद थे।
इन पर बनी सहमति
बाजार में छप्पर, अस्थाई ठेले व दुकानों के बाहर रखा सामान तुंरत हटाना शुरू करेंगे जो पक्के निर्माण हंै। उनको 45 दिन में स्वयं हटा लेंगे जिन नोटिसधारियों के पास न्यायालय के स्थगन आदेश है। उन पर आदेशानुसार कार्यवाही की जाएगी।
यह रहे शामिल
कातर व्यापार मंडल अध्यक्ष रामनारायण महिया, रामचन्द्र लेघा, जैसाराम, कोषाध्यक्ष हिम्मताराम महिया, सुजानगढ़ कृषि मंडी चेयरमैन प्रतिनिधि भंवरलाल ढाका, कांग्रेस पर्यावरण नापासर ब्लॉक अध्यक्ष धनाराम कस्वां, सरपंच जगदीश ढाका, मुनीराम सारण, श्रवणराम माचरा आदि शामिल थे।
चयनित सामान्य वर्ग कर्मचारी से करवाएं सफाई कार्य देशनोक. नगरपालिका सफाई कर्मचारी मजदूर संघ की ओर से बुधवार को मुख्यमंत्री के नाम का एक ज्ञापन पालिका के अधिशासी अधिकारी व पालिका अध्यक्ष को देकर नगर पालिका में सामान्य वर्ग से चयनित सफाई कर्मचारियों से सफाई कार्य करवाने की मांग की है। संघ के अध्यक्ष संपतलाल जावा के नेतृत्व में पालिका के कार्यवाहक अधिशासी अधिकारी रविंद्र वाल्मीकि व पालिका अध्यक्ष कानाराम घुंघरवाल को ज्ञापन दिया गया।
इसमें बताया गया कि राजस्थान सफाई कर्मचारी एक्ट द्वारा लॉटरी पद्धति से देशनोक में 18 कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र जारी किए गए। इसमें 4 कर्मचारी सामान्य वर्ग के थे। सामान्य वर्ग के चयनित कर्मचारी सफाई कार्य करने में आनाकानी कर रहे हैं। ज्ञापन में बताया कि सफाई कर्मचारी संघ की मांग है कि पालिका के अधिकारी इन सफाई कर्मचारियों को पाबंद करें तथा मूल सफाई कार्य करने के लिएआदेशित करें। ऐसा नहीं करने पर संघ की ओर से विरोध कर धरना प्रदर्शन किया जाएगा।