
खाद्य सुरक्षा सूचकांक में हम 10वें पायदान पर, हर चौथा सैंपल मिलावटी
-आशीष जोशी
भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआइ) की ओर से जारी राज्य खाद्य सुरक्षा सूचकांक में प्रदेश हर बार फिसड्डी साबित हो रहा है। इस बार 17 बड़े राज्यों में राजस्थान दसवें पायदान पर रहा है। राज्य को महज 50.5 अंक मिले हैं। वर्ष 2021-22 में तमिलनाडु 82 अंकों के साथ शीर्ष पर है, जबकि गुजरात 77.5 अंकों के साथ दूसरे और महाराष्ट्र 70 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर रहा। हिमाचल प्रदेश, पश्चिमी बंगाल, मध्यप्रदेश, केरल, उत्तराखंड, ओडिशा, उत्तरप्रदेश और कर्नाटक जैसे राज्य इन्डेक्स में हमसे ऊपर है। राज्यों को मानव संसाधन और संस्थागत डेटा, अनुपालन, खाद्य परीक्षण सुविधा, प्रशिक्षण व क्षमता निर्माण और उपभोक्ता सशक्तीकरण जैसे खाद्य सुरक्षा के पांच मानकों पर आंकने के बाद यह रैंकिंग जारी होती है। नागरिकों के लिये सुरक्षित भोजन सुनिश्चित करने की दिशा में काम करने के लिए राज्यों को प्रेरित करने के उद्देश्य से यह सूचकांक वर्ष 2018-19 में शुरू किया गया था। प्रदेश में हर तीसरा-चौथा सैंपल मिलावटी या अमानक पाया जा रहा है। इस बार त्योहारी सीजन में प्रदेश के लिए मिलावट से जंग और बड़ी चुनौती साबित होगी। गौवंश में फैली लम्पी बीमारी से दूध उत्पादन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। डेयरियों ने मावे और घी का उत्पादन सीमित कर दिया है। मिलावटखोर सक्रिय हो चुके हैं। इस साल अब तक करीब 11 हजार नमूनों में से 28 सौ से ज्यादा अमानक मिले हैं।
पौने चार करोड़ जुर्माना वसूल खुला छोड़ दिया मिलावटियों को
पिछले तीन साल में राज्य में मिलावटखोरों से 3.78 करोड़ रुपए जुर्माना वसूला गया, लेकिन किसी को ऐसी सजा नहीं मिली जो नजीर बन सके। जबकि 523 मिलावखोर तो ऐसे थे जिनके सैंपल जानलेवा (अनसेफ) पाए गए। जो स्वास्थ्य के लिए घातक मिले। वहीं प्रदेश में पिछले वर्ष खुले में खाद्य सामग्री बेचने वाले 30 लोगों से नमूने लिए गए। जिनमें से 12 सैंपल अमानक पाए गए।
मिलावट की मैथ्स
20600 सैंपल लिए पिछले तीन साल में
5389 कुल सैंपल पाए गए मिलावटी
3337 मिले सब स्टेंडर्ड
1529 नमूने मिस ब्रांड
523 सैंपल मिले अनसेफ
37766800 रुपए जुर्माना वसूला(जनवरी 2019 से दिसम्बर 2021 तक के आंकड़े )
फूड सेफ्टी इन्डेक्स में राजस्थान की स्थिति
वर्ष - रैंक - अंक2019-20 - 11 - 54.5
2020-21 - 18 - 382021-22 - 10 - 50.5
फूड सेफ्टी इन्डेक्स में राज्य की स्थिति सुधर रही है। हम पहले 18वें नम्बर पर थे। अब 10वें पर आ गए हैं। जल्द ही पांचवें पायदान पर भी आएंगे। नमूनों की जांच में कोई पेंडेंसी नहीं है। अमानक पाए गए नमूनों पर लगातार कार्रवाई हो रही है।
- सुनील शर्मा, फूड सेफ्टी कमिश्नर, राजस्थान
Published on:
22 Sept 2022 06:08 pm
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