
रोडवेज बसों को किया हाईटेक, अब क्यूआर कोड से भी किराया भुगतान
जयप्रकाश गहलोत/बीकानेर।
प्रदेश में रोडवेज बसों को हाईटेक किया जा रहा है। बसों में अब परिचालकों को क्यूआर कोड से टिकट की राशि का ऑनलाइन भुगतान लेने की सुविधा भी दी गई है। करीब एक महीबे से इस व्यवस्था को प्रभावी करने का काम चल रहा है।
बीकानेर डिपो की सभी 97 बसों में भी क्यूआर कोड लगाकर व्यवस्था लागू कर दी गई है। हालांकि इसमें नेटवर्क आदि को लेकर जो भी तकनीकी परेशानी आ रही है, उसका समाधान कर इसे सहज बनाया जा रहा है।
डिजीटल भुगतान सेवा शुरू होने का सबसे बड़ा फायदा यात्री को होगा। टिकट के लिए खुले पैसे की परेशानी नहीं होगी। नकदी नहीं होने पर मोबाइल फोन से क्यूआर कोड स्कैन कर परिचालक को किराया का भुगतान कर सकेंगे। टिकट पर बकाया लिखी राशि लेना कई बार यात्री भूल जाते है। बसों में क्यूआर कोड लगाने के साथ यात्रियों के लिए इसकी जानकारी भी चस्पा की गई है।
पैसा खाते में आते ही बनेगी टिकट
रोडवेज प्रबंधन ने क्यूआर कोड से किराया ऑनलाइन लेकर टिकट जारी करने वाली मशीन दे दी है। परिचालक इस मशीन से यात्री से ऑनलाइन किराया प्राप्त करेगा। मशीन खाते में पैसा आते ही अपने आप टिकट बनाकर दे देगी।
नकदी का विकल्प भी रहेगा
रोडवेज बसों में वर्तमान में चल रही किराया का नकद भुगतान कर टिकट प्राप्त करने की व्यवस्था भी प्रभावी रहेगी। यात्री के पास ऑनलाइन भुगतान और नकदी भुगतान के विकल्प रहेंगे। वह चाले उस व्यवस्था से टिकट ले सकेंगे।
इसी के साथ परिचालक को अब पहले के मुकाबले कम नकदी को गिनकर सुरक्षित रखने और डिपो में जाकर जमा कराने होंगे। जिससे उन्हें राहत मिलेगी। जैसे-जैसे चलन बढ़ेगा परिचालक को रुपए के लिए बैग साथ रखने के झंझट से मुक्ति मिल जाएगी।
फायदा मिलेगा
डिजिटल भुगतान होने से परिचालक के पैसे गायब होने या चोरी होने का भय भी नहीं रहेगा। वहीं परिचालक की ओर से राजस्व की चोरी व कम पैसे जमा कराने की शिकायत भी दूर होगी। ऐसे में लगातार घाटे में जा रहा रोडवेज को फायदा होगा।
प्रतिदिन रोडवेज बसों में जो राजस्व आएगा, वो सीधे रोडवेज निगम के खाते में जमा हो जाएगा। इसकी मॉनिटरिंग रोडवेज के मुख्यालय व जिला स्तर पर भी की जा सकेगी।
नेट की आ रही समस्या
रोडवेज बस के परिचालक ने बताया कि डिजिटल भुगतान करने की सुविधा बहुत अच्छी है। इससे एक तो खुल्ले पैसे का झंझट खत्म हो गया है। जल्दबाजी में पैसे कम व भूलने जैसी समस्या नहीं रहेगी। सबसे बड़ी समस्या इंटरनेट की आ रही है।
रास्ते में कई जगह इंटरनेट नहीं होने पर बस चालक को ऐसी टिकट काटने के लिए इंटरनेट की रेंज में आने का इंतजार करना पड़ेगा। बड़े गांवों और कस्बों के आस-पास कोई परेशानी नहीं है।
डिजिटल भुगतान की सुविधा शुरू
मुख्यालय के निर्देशानुसार रोडवेज बसों में डिजिटल भुगतान लेने की सुविधा शुरूकी जा चुकी हैं। यात्री बस परिचालक के पास उपलब्ध ईटीआइएम मशीन से क्यूआरकोड स्कैन कर भुगतान कर सकेंगे। बीकानेर डिपो की सभी बसों में यह सुविधा शुरू हैं। आधुनिक टिकट मशीन से पारदर्शिता बढ़ेगी।
अंकित शर्मा, मुख्य प्रबंधक बीकानेर आगार
Published on:
10 Feb 2023 12:53 pm
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