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एलकेडी माइनर टूटा, दो खेत हुए जलमग्न

माइनर में टूटी जगह पर नहर विभाग की ओर से मिट्टी से खानापूर्ति कर बांधा गया तथा प्लास्टिक लगाकर पानी का रोका गया था

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लूणकरनसर के चक 3 एलकेडी के पास टूटा एलकेडी माइनर।

सिंचाई विभाग अनदेखी से किसानों को लाखों का नुकसान

लूणकरनसर. सिंचाई विभाग की अनदेखी के चलते कंवरसेन लिफ्ट नहर का एलकेडी माइनर चक तीन एलकेडी के पास शुक्रवार रात को टूट गया। माइनर टूटने से दो खेत जलमग्न हो गए। इससे खेतों में खड़ी फसलें, डिग्गियों व बोरवैल नष्ट होने से लाखों का नुकसान हुआ है।

गौरतलब है कि गत 3 जून को चक तीन एलकेडी में माइनर टूट गया था। माइनर में टूटी जगह पर नहर विभाग की ओर से मिट्टी से खानापूर्ति कर बांधा गया तथा प्लास्टिक लगाकर पानी का रोका गया था।विभाग की लापरवाही के चलते शुक्रवार आधी रात के बाद दुबारा उसी जगह से माइनर फिर से टूट गया। माइनर टूटने से खेतों में पानी भरने से चक तीन एलकेडी के काश्तकार प्रभुराम, रामचन्द्र, हेतराम, बलराम, राजेन्द्र, किसनलाल, रूकमा देवी, मघी देवी, गोगा देवी आदि के खेत में बनी सिंचाई की दो डिग्गियों, दो बोरवैल के साथ खेत में खड़ी मूंगफली, ग्वार, बाजरा, जोई, हराचारा समेत अन्य फसलें नष्ट हो गई।खेत में मिट्टी भरने से जमीन ऊबड़-खाबड़ होने से लाखों का नुकसान हुआ।

किसान रातभर अधिकारियों को करते रहे फोन

माइनर टूटने के बाद शनिवार सुबह 4 चार बजे किसानों का पता चला। किसान नहर विभाग के सहायक अभियंता व कनिष्ठ अभियंता को फोन करते रहे, लेकिन विभागीय अधिकारी चार-पांच घण्टे बाद मौके पर पहुंचे। इस दौरान किसानों ने उपखण्ड अधिकारी राजेन्द्र कुमार को फोन करने पर टूटे माइनर का पानी बंद करवाया गया।

राजस्व विभाग ने नुकसान का लिया जायजा

माइनर टूटने की सूचना मिलने के बाद राजस्व तहसीलदार बाबूलाल ने हल्का पटवारी भरत रोझ को मौके पर भेजा। हल्का पटवारी भरत रोझ ने माइनर टूटने से किसानों की डिग्गियों, बोरवैल, फसलों व मिट्टी भरने से हुए नुकसान की रिपोर्ट तहसीलदार को सुपुर्द की है।

प्रशासन से मिले पीडि़त किसान

माइनर टूटने से खेतों में पानी भरने से हुए नुकसान को लेकर पीडि़त किसान शनिवार को उपखण्ड अधिकारी राजेन्द्र कुमार से मिले और मुआवजा दिलाने की मांग उठाई। किसानों ने बताया कि नहर विभाग की ओर से पटड़ों की मिट्टी हटाने व नहर की मरम्मत में खामी रखने से गत 3 जून को माइनर टूट गया था। इसके बाद दुबारा नहर को बालू रेत व प्लास्टिक से बंधाई करने से शुक्रवार रात को फिर से टूट गया। माइनर से खेत जलमग्न होने से फसलें नष्ट हो गई है तथा पानी की डिग्गियों व बोरवैल नष्ट हो गए है। उपखण्ड अधिकारी ने नहर की मरम्मत को लेकर विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए तथा खेतों में हुए नुकसान का आंकलन करवाकर किसानों को मुआवजे का आश्वासन दिया।