23 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

अब इतिहास में ‘वृहत्तर भारत” का पाठ पढ़ाएंगे

पाठ्य पुस्तकों का वितरण शुरू, कक्षा 9 और 10 की पुस्तकें नहीं पहुंची

2 min read
Google source verification
Now will teach the lessons of "Greater India" in history

अब इतिहास में 'वृहत्तर भारत" का पाठ पढ़ाएंगे

निखिल स्वामी

बीकानेर. प्रदेश में सरकार बदलते ही स्कूली पाठ्यक्रम में भी बदलाव किया गया है। नए शिक्षा सत्र में कक्षा 9वीं और 10वीं के विद्यार्थी गणित की मूल पुस्तक के साथ एक पूरक पुस्तक भी पढ़ेंगे। वहीं कक्षा 6 की सामाजिक विज्ञान की पुस्तक के अंत में एक नया अध्याय 'वृहत्तर भारत जोड़ा गया है।
राजस्थान पाठ्यपुस्तक मंडल की ओर से सभी जिलों को नि:शुल्क वितरण के लिए किताबें भेजी हैं, जिन्हें वितरित करना शुरू कर दिया गया है। हालांकि कक्षा 9 वीं और 10 वीं के कुछ विषयों की पुस्तकें बदले जाने से अभी छपकर नहीं पहुंची हैं।

बीकानेर के जेएनवी कॉलोनी स्थित राजस्थान पाठ्यपुस्तक मंडल कार्यालय में पहुंची इन किताबों को संस्था प्रधानों को वितरित किया जा रहा है। पाठ्यक्रम की पुस्तकें स्कूल खुलने पर १ जुलाई से विद्यार्थियों को वितरित की जाएंगी। हालांकि शिक्षा सत्र २६ अप्रेल से शुरू हो गया, लेकिन किताबें नहीं पहुंची थी।

हाल ही सरकार ने कक्षा 9वीं और 10वीं की पाठ्यपुस्तकों में कई अध्याय बदले हैं। एसे में राजस्थान पाठ्य पुस्तक मंडल की ओर से नई किताबें छपवाने का कार्य चल रहा है। बार-बार पाठ्यक्रम में बदलाव से जिलों में पाठ्य पुस्तक वितरण विभाग में हजारों किताबें रद्दी के रूप में एकत्र हो गई है। अकेले बीकानेर के पाठ्यपुस्तक मंडल कार्यालय में करीब सवा लाख अनुपयोगी किताबें जमा हैं।

कक्षा 6 में नया पाठ
कक्षा 6 की सामाजिक विज्ञान की पुस्तक में जोडे़ गए नए अध्याय 'वृहत्तर भारत को पहले पन्ने पर पाठ्यक्रम की सूची में भी गहरे अक्षरों में छापा गया है। पाठ में भारत की प्राचीन संस्कृति व विदेशों से आयात-निर्यात की जानकारी दी गई है।

15000 पुस्तकों का वितरण

मंडल के सहायक प्रबंधक निर्मल शर्मा ने बताया कि जेएनवी स्थित मंडल कार्यालय में पुस्तकों का वितरण किया जा रहा है। नोखा क्षेत्र के स्कूलों को पुस्तकें वितरित की जा चुकी हैं। सोमवार को लूणकरनसर क्षेत्र के स्कूलों के लिए वितरण किया गया। अब तक कक्षा एक से आठ तक की 9 हजार तथा कक्षा9 से 12 तक की ६ हजार पुस्तकों का वितरण किया जा चुका है।