एनएसयूआई जिलाध्यक्ष रामनिवास कूकणा ने बताया कि प्रदेश में रोजाना कोरोना संक्रमण के मरीजों के मिलने का सिलसिला जारी है। इस बीच अगर अंतिम वर्ष की परीक्षाएं करवाई जाती है तो छात्रों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ होगा। कूकणा ने बताया कि केन्द्र सरकार ने छात्रहित में निर्णय नहीं लिया तो आने वाले दिनों में आंदोलन को और अधिक उग्र करना पड़ेगाँ। सद्बुद्धि यज्ञ के दौरान संयुक्त सचिव बलदेव चाहर, गणेश गोरछिया, रामचंद्र बिश्नोई, पूर्व सचिव राजूराम गोदारा,मोहित चारण, दीपक खुडिय़ा, दीपक चारण मनोज सैन, महेंद्र डूडी, संजय जाखड़, गौरीशंकर प्रजापत, भैरूं सारस्वत, मोतीलाल कल्ला, रामरतन बाना तथा मोहम्मद उमर आदि उपस्थित थे।