18 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

कोरोना से जंग जीत चुके मरीजों पर अब टीबी का खतरा

- स्वास्थ्य पर खतरा: एसपी मेडिकल कॉलेज के टीबी अस्पताल में उपचार के दौरान एक की मौत, दो उपचाराधीन - पोस्ट कोविड में मरीजों के श्वास और फेफड़ों में आ रही दिक्कत, श्वास रोग विभाग की ओपीडी में आ रहे मरीज

2 min read
Google source verification
कोरोना से जंग जीत चुके मरीजों पर अब टीबी का खतरा

कोरोना से जंग जीत चुके मरीजों पर अब टीबी का खतरा

पत्रिका पड़ताल स्टोरी

दिनेश स्वामी-

बीकानेर. कोविड-19 से तो प्रदेश जंग जीत चुका है लेकिन, अब पोस्ट कोविड में फेफड़ों में परेशानी, श्वास में दिक्कत और ऑक्सीजन की कमी जैसी परेशानियां कोरोना पॉजिटिव से नेगेटिव हुए मरीज झेल रहे हैं। सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज बीकानेर से सम्बद्ध टीबी अस्पताल में कोरोना संक्रमित रह चुके और टीबी पीडि़त होने के एेसे तीन मामले सामने आ चुके हैं।

डेढ़ महीने पहले कोरोना से जंग जीत चुके किसी मरीज के बाद में टीबी होने का पहला मामला सामने आया था। तब एसपी मेडिकल कॉलेज के टीबी अस्पताल और श्वास रोग विभाग के चिकित्सकों ने इसका गहनता से परीक्षण किया। परन्तु यह एक ही मामला था, एेसे में एचआइवी की तरह कोविड रोगी के टीबी की चपेट में आने की आशंका की दृष्टि से नहीं देखा गया। टीबी अस्पताल की सघन चिकित्सा देने के बावजूद चालीस दिन के बाद इस मरीज की मौत हो गई।

अब रोगी से पूछते हैं केस हिस्ट्री

श्वास रोग विभाग के डॉ. अजय श्रीवास्तव ने बताया कि इन दिनों कोविड से जंग जीत चुके मरीज श्वास की परेशानी लेकर आ रहे हैं। अब ओपीडी में आने वाले मरीजों से चिकित्सक अप्रेल २०२० से अब तक की उसकी हैल्थ हिस्ट्री भी पूछते हैं। साथ ही जांच में टीबी पाए जाने पर उस मरीज की काउंसलिंग कर यह जानने का प्रयास करते हैं कि यह कोरोना पॉजिटिव तो नहीं रहा हुआ।

सभी मरीजों की कराई थी जांच

टीबी अस्पताल से टीबी का उपचार ले रहे और नए आ रहे सभी मरीजों की कोरोना काल के दौरान कोरोना जांच कराई गई थी। यह संक्रमण के खतरे की दृष्टि से कराई गई थी। तब इक्का-दुक्का टीबी मरीजों के कोरोनो की चपेट में आना पाया गया था। परंतु अब कोरोना से उबरे मरीजों के टीबी की चपेट में आने के मामले सामने आने लगे हैं।

केस स्टडी-1

डेढ़ महीने पहले पीबीएम के श्वास रोग विभाग में बीकानेर सिटी के 71 वर्षीय बुजुर्ग की जांच में उसके क्यूरल रिफ्यूल टीबी के रोगी होना पाया गया। उसकी केस हिस्ट्री से पता चला कि यह बुजुर्ग कोरोना पॉजिटिव हुआ था। बाद में उपचार लेने पर कोरोना नेगेटिव हो गया था। चालीस दिन अस्पताल में भर्ती रहने के बाद इस मरीज की मौत हो गई।

केस स्टड़ी-2

गंगाशहर का 81 वर्षीय बुजुर्ग चार महीने पहले कोरोना पॉजिटिव हुआ था। उपचार के बाद नेगेटिव हो गया और सामान्य जीवन जीने लगा। श्वास और फेफड़ों में तकलीफ होने पर गत ९ फरवरी को श्वास रोग विभाग में चिकित्सकों को दिखाया। डॉ. गुंजन सोनी ने टीबी की चपेट में आया होने की आशंका में बलगम आदि की जांच कराई। यह मरीज १२ फरवरी को जांच में टीबी पीडि़त होना पाया गया। अभी अस्पताल में भर्ती है और टीबी का उपचार चल रहा है।

केस स्टडी-3

बीकानेर पुराने शहर के 68 वर्षीय मरीज को तीन महीने पहले कोरोना हुआ था। उपचार से ठीक होने के बाद शरीर में कमजोरी और श्वास में परेशानी आती रही। तीन दिन पहले टीबी अस्पताल में जांच कराने पर उसके टीबी संक्रमित हुआ पाया गया। अस्पताल में भर्ती है और उपचार चल रहा है। यह मरीज डायबिटिज से भी पीडि़त है। यह भी फेफड़े की टीबी से पीडि़त है।

तीनों मामलों की स्टडी जारी

अभी तक तीन एेसे केस सामने आए हैं जिनके टीबी होने से पहले कोरोना भी हुआ था। अभी तीनों मामलों की स्टडी कर रहे हैं।

- डॉ. गुजंन सोनी, प्रोफेसर एसपी मेडिकल कॉलेज बीकानेर

फैक्ट फाइल बीकानेर पीबीएम अस्पताल

वर्ष 2020

टीबी रोगी सामने आए- 2220

वर्ष 2020

कोरोना पॉजिटिव मिले- 18995