
सरकारी स्कूल देंगे निजी स्कूलों को टक्कर, प्रदेश के 402 विद्यालयों का चयन
बीकानेर. आने वाले वर्षों में देश के सरकारी विद्यालय भी बड़े-बड़े निजी स्कूलों को पढ़ाई के साथ-साथ आधुनिक सुविधाओं के के मामले में टक्कर देते नजर आएंगे। इन स्कूलों को स्मार्ट बनाने के लिए केन्द्र सरकार ने अपने हाथ आगे बढ़ाए हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गत शिक्षक दिवस पर सरकारी स्कूलों के लिए पीएम श्रीयोजना शुरू करने की घोषणा की थी। इस घाेषणा के बाद संबंधित स्कूलों के प्रधानों ने ऑनलाइन आवेदन किए थे। इसके बाद स्कूलों का चयन किया गया था। इसमें पूरे देश में 14 हजार 597 सरकारी विद्यालयों का चयन किया है। इसमें राजस्थान के 402 विद्यालय शामिल हैं। यह पहला मौका है कि इस योजना में एक साथ इतने स्कूलों का चयन हुआ है। अब इन सभी स्कूलों में विद्यार्थियों के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं जुटाई जाएंगी। इसके लिए बजट भी आवंटित किया गया है। इस योजना के तहत 2027 तक स्कूलों को मॉडल स्कूल बनाया जाएगा। साथ ही प्राइमरी से लेकर सीनियर सैकंडरी तक की शिक्षण व्यवस्था होगी।
27,360 करोड़ का बजट
देश के स्कूलों को मॉडल स्कूलों का दर्जा देने के लिए 27 हजार 360 करोड़ रुपए का बजट भी स्वीकृत किया गया है। इसमें से 60 प्रतिशत राशि केन्द्र तथा 40 प्रतिशत राशि राज्य सरकार वहन करेगी। प्रत्येक स्कूल में दो से ढाई करोड़ रुपए खर्च करने का प्रावधान है। इन स्कूलों को चयनित करने के लिए नवंबर-दिसंबर में संस्था प्रधानों ने ऑनलाइन आवेदन किए थे।
ये सुविधाएं जुटाई जाएंगी
मॉडल स्कूलों का दर्जा देने के लिए कई तरह की अत्याधुनिक सुविधाएं जुटाई जाएंगी। स्कूलों के ढांचागत विकास के साथ स्मार्ट लाइब्रेरी, स्मार्ट कक्षा कक्ष, खेल मैदान, टिंकरिंग लैब आदि कई तरह की सुविधाएं जुटाई जाएंगी। इनमें प्राइमरी कक्षा से सीनियर सैकंडरी तक की पढ़ाई हो सकेगी। इससे विद्यार्थियों को बार-बार स्कूल बदलने के झंझट से भी छुटकारा मिलेगा। इन स्कूलों के प्रबंधन का यह काम भी होगा कि ये अपने आसपास के स्कूलों के विकास का भी प्रयास करेंगे।
राजस्थान के 402 विद्यालयों का चयन
पीएम श्री योजना में देश के अन्य राज्यों के अलावा राजस्थान के 402 विद्यालयों का चयन इस योजना में किया गया है। इन सभी चयनित स्कूलों के प्रधानों को आदेश दिया गया है कि 12 अप्रेल तक वार्षिक कार्य योजना तथा बजट के प्रस्ताव की तैयारी एवं विद्यालयवार आंकड़े राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद को भेज दें। ताकि समय पर काम शुरू किया जा सके।
इन जिलों के इतने स्कूल शामिल
प्रदेश के बीकानेर में दस, अजमेर 14, अलवर 19, बांसवाड़ा 11, बारां 10, बाड़मेर 21, भरतपुर 14, भीलवाड़ा 15, बूंदी 5, चितौड़गढ़ 13, चूरू 7, दौसा 11, धौलपुर 8, डूंगरपुर 10, श्रीगंगानगर 13, हनुमानगढ़ 9, जयपुर 28, जैसलमेर 7, जालौर 10, झालावाड़ 10, जालौर 12, जोधपुर 24, करौली 9, कोटा 9, नागौर 18, पाली 11, राजसमंद 8, प्रतापगढ़ 9, संवाई माधोपुर 7, सीकर 14, सिरोही 6, टोंक 8 तथा उदयपुर के 22 स्कूल शामिल हैं।
बीकानेर के इन स्कूलों का चयन
राजकीय सीनियर सैकंडरी सादुल स्कूल, खाजूवाला के 22 केवाईडी, कोलायत के भेलू, लूणकरनसर के खोदला, पांचू का नाथूसर, पूगल का दंडी, श्रीडूंगरगढ़ का कितासर, बज्जू खालसा का गौड़ू, नोखा का हरिजन बस्ती तथा बाबा छोटूनाथ सीनियर सैंकडरी स्कूल शामिल है।
प्रदेश के लिए गौरव की बात
पीएम श्री योजना में प्रदेश के 402 स्कूलों का चयन होना शिक्षा के क्षेत्र में गौरव की बात है। इससे अब सरकारी विद्यालयों में अत्याधुनिक तरीके से विकास होगा। इससे विद्यार्थियाें को भी फायदा पहुंचेगा।
- गौरव अग्रवाल, शिक्षा निदेशक
Published on:
12 Apr 2023 08:34 am
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