कया जा रहा आंकलन
बारिश व तूफान से विद्युत निगम को लाखों का नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है। गुरुवार को विद्युत निगम बीकानेर जिलावृत्त के अधिकारी टूटे खंभे, ट्रांसफार्मर व बिजली लाइनों क्षतिगस्त होने का आंकलन कर रहे थे। साथ ही खेतों, ढाणियां और गांवों में दुरुस्त करने का काम भी जारी था। कोलायत तहसील के गांवों के अलावा अन्य तहसीलों के गांवों में भी तार टूटने, खंभे क्षतिग्रस्त हुए है, लेकिन फिलहाल कहां कितना नुकसान हुआ इसका आंकल नहीं हो सका।
बारिश व तूफान से विद्युत निगम को लाखों का नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है। गुरुवार को विद्युत निगम बीकानेर जिलावृत्त के अधिकारी टूटे खंभे, ट्रांसफार्मर व बिजली लाइनों क्षतिगस्त होने का आंकलन कर रहे थे। साथ ही खेतों, ढाणियां और गांवों में दुरुस्त करने का काम भी जारी था। कोलायत तहसील के गांवों के अलावा अन्य तहसीलों के गांवों में भी तार टूटने, खंभे क्षतिग्रस्त हुए है, लेकिन फिलहाल कहां कितना नुकसान हुआ इसका आंकल नहीं हो सका।
काम चल रहा है
देखिए बारिश-तूफान में कितना नुकसान हुआ है कहा नहीं जा सकता है, लेकिन फिलहाल खंभों, लाइनों को दुरुस्त करने का काम किया जा रहा है। जहां जहां संभव है, बिजली आपूर्ति सुचारु की गई है। श्रमिकों की समस्या आ रही है, इसके बाद भी जो भी संसाधन उपलब्ध है, उनके जरिए विद्युत निगम की टीम मुस्तैदी के साथ कार्य करने में जुटी हुई है। अशोक गोयल, अधीक्षण अभियंता, जिलावृत्त बीकानेर
देखिए बारिश-तूफान में कितना नुकसान हुआ है कहा नहीं जा सकता है, लेकिन फिलहाल खंभों, लाइनों को दुरुस्त करने का काम किया जा रहा है। जहां जहां संभव है, बिजली आपूर्ति सुचारु की गई है। श्रमिकों की समस्या आ रही है, इसके बाद भी जो भी संसाधन उपलब्ध है, उनके जरिए विद्युत निगम की टीम मुस्तैदी के साथ कार्य करने में जुटी हुई है। अशोक गोयल, अधीक्षण अभियंता, जिलावृत्त बीकानेर
बारिश और तूफान के शहरी क्षेत्र में विद्युत तंत्र की पोल खोल दी। कई स्थानों पर बिजली तंत्र लडख़ड़ा गया। कई क्षेत्रों में बुधवार रात को घंटों तक बिजली गुल रही। वहीं बारिश के कारण शहरी क्षेत्र में करीब डेढ़ दर्जन बिजली खंभें क्षतिग्रस्त होकर गिर गए। कई स्थानों पर बिजली आपूर्ति की लाइनें टूट गई। जिनको दुरुस्त करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ा। गुरुवार को भी बिजली कंपनी की एफआरटी टीमें उपभोक्ताओं की शिकायतों को दुरुस्त करने में जुटी थी। नत्थूसर गेट के बाहर रामदेव पार्क के समीप स्थित गवरा दादी शमसान भूमि परिसर में तेज आंधी व बारिश से कई पेड़ टूट कर बिजली लाइनों पर गिर गए। इस कारण वहां एक बिजली का खंभा भी क्षतिग्रस्त हो गया। स्थानीय निवासियों ने बताया कि इसके चलते आसपास के लोगों को आठ घंटे तक अंधेरे में ही रहना पड़ा। शाम करीब पौने आठ बजे बिजली गुल हुई जो रात करीब दो बजे सुचारु हुई।