बीकानेर। प्रदेश में इस कदर रिश्वतखोरी चल रही है कि इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है। बीकानेर जिले से हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां पर IPS अधिकारी को कुछ यातायात पुलिसकर्मी अपना शिकार समझ बैठे। लेकिन जैसे ही उन्हें IPS अधिकारी का पता चला थर-थर कांपने लगे और पांव पर गिर पड़े लेकिन मामला यहीं नहीं रुका।
यातायात पुलिस पर वाहन चालकों से अवैध वसूली के मामले अक्सर आते रहते हैं, लेकिन IPS अधिकारी से रिश्वत का मामला थोड़ा अलग हो गया। शुक्रवार को पूरे जिले में इस मामले की खूब चर्चा हुई।
पूरा वाकया 14 जून का है, जब एक IPS अधिकारी जयपुर रोड से गुजर रहा था। इस दौरान IPS अधिकारी एक गाड़ी में सादीवर्दी में सवार थे। इस दौरान यातायात पुलिसकर्मियों ने हाइवे पर IPS की गाड़ी को रोक लिया। सादीवर्दी में होने की वजह से पुलिसकर्मी आईपीएस को पहचान नहीं पाए।
पुलिस कर्मियों ने पहले यातायात नियमों का उल्लंघन करने का हवाला देते हुए IPS अधिकारी को चालान का डर दिखाया। इसके बाद गाड़ी छोड़ने के बदले रिश्वत की मांग की। ऐसी स्थिति में अधिकारी ने अपना परिचय दिया तो पुलिस कर्मियों के पैरों तले से जमीन खिसक गई।
सामने खड़ा व्यक्ति IPS आधिकारी है, इसका पता चलते ही पुलिसकर्मी माफी मांगने लगे और राजी करने का हर संभव प्रयास किया। बाद में एक स्थानीय पुलिस अधिकारी को घटनाक्रम के बारे में पता चल गया। इस तरह से पूरा मामला पुलिस अधीक्षक कावेन्द्र सिंह सागर के संज्ञान में आया।
एसपी को पता चलते ही उन्होंने चारों पुलिस कर्मचारियों को लाइन हाजिर कर दिया है। इनमें यातायात पुलिस का एक हवलदार और तीन सिपाही शामिल हैं।
Published on:
21 Jun 2025 04:09 pm